Supply inspector and clerk also came under Corona's stubbornness

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  • थम नहीं रहा कोरोना का प्रकोप
  •  2 पहले हुए थे बीमार
  • 8 सदस्यों की रिपोर्ट पोजिटिव
  • काटवान परिसर में हड़कंप

साक्री. ग्राम कासारे में एक ही परिवार में 10 सदस्य कोरोनाग्रस्त पाए गए हैं. जिसमें घर के बुजुर्ग दंपति को तीन दिन पहले खोजा गया था. दंपति में 67 वर्षीय बुजुर्ग की मौत के बाद उनकी पत्नी (उम्र 62) भी पीड़ित है, जिला अस्पताल की निगरानी में इलाज करा रही हैं. इसी परिवार के 10 सदस्यों के साथ पड़ोसी को मिलाकर 11 व्यक्तियों के स्वैब लिए गए थे. जिनमें 8 सदस्यों के जांच नमूने पॉजिटिव आए हैं. काटवान परिसर की मंडी जाने वाले ग्राम कासारे में कोरोना शुरू होने से परिसर में हड़कंप मच गया है.

शहर के सभी व्यवसाय खुले

वहीं गुरुवार से साक्री नगर पंचायत की ओर से मुख्य अधिकारी प्रशांत बिड़गर ने नए निर्देश जारी किए. जिसके चलते शहर में सभी व्यवसायों को खोल दिया गया है.लेकिन दूध डेयरी के अलावा सभी व्यवसाय अब पांच बजे तक खुले रहेंगे. कासारे के सरपंच विशाल देसले ने बताया कि ‘विगत ढाई महीनें से कोरोना के प्रकोप से ग्रामीणों को बचाने के हरसंभव प्रयास ग्रामपंचायत द्वारा किए गए. हर घर में जाकर होमियोपैथी दवा बांटी गई, स्वास्थ्य विभाग को काम पर लगाया गया,सर्वे किया गया. लेकिन विगत दो दिनों में कासारे में 10 कोरोना बाधितों की पहचान की गई है. सारी मेहनत बेकार हो गई.’खुशकिस्मती रही कि जिले में सभी ओर कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा हैं, लेकिन ग्राम कासारे के अलावा और कहीं भी संदिग्ध रोगी नहीं हैं. 

कोरोना संक्रमण का नहीं मिला स्रोत

कासारे में मौजूद कोरोना प्रकोप भी बाहरी संपर्क का परिणाम बताया जा रहा है. किंतु आश्चर्य है कि अभी तक कोई सुराग कोरोना संक्रमण के स्त्रोत में ना प्रशासन ढूंढ पाया है, ना ही स्वास्थ्य विभाग, जिसके चलते लोगों में असमंजस की स्थिति बन गई है. वहीं लोग संक्रमण से ही बेखौफ हो गए हैं. लगभग हर संक्रमण का बाहरी संपर्क होने के प्रमाण पाए गए हैं, लेकिन इस दिशा में कार्य नहीं हो रहा है. 

स्वास्थ्य विभाग कर रहा सर्वेक्षण

 शहर और तहसील क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सर्वे निरंतर चल रहा है, घर-घर जाकर जानकारी ली जा रही हैं. लेकिन अब तक हुए मामलों में सर्वे का योगदान नहीं हो सका है. कोरोना नियंत्रण पर अपनी ओर से प्रशासन कोई सुझाव या पहल नहीं कर पाया है. जिलाधिकारी कार्यालय से आए निर्देशों के अलावा स्थानीय जरूरत के हिसाब से प्रशासन ने कोई निर्णय नहीं लिया है. सूचना और निर्देशों में सुस्पष्टता का भी अभाव है. 

तहसील क्षेत्र में शहरों, महानगरों और जहां संक्रमण का प्रकोप अधिक है, ऐसे इलाकों से आनेवाले लोगों की आवाजाही की निगरानी भी अगर की जाए तो संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में आ सकता है.

-विशाल देसले सरंपच कासारे