कोरोना वॉरियर्स पवार हुए सेवानिवृत्त

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सहकर्मियों ने दी भावभीनी विदाई

धुलिया. कोरोना वारियर्स उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जयदीप पवार सेवाकाल पूर्ण होने के चलते सेवानिवृत्त हो गए हैं. सेवा के प्रति निष्ठा व कर्मठ रहे पवार की कार्यशैली एवं उनसे किसी भी कार्यालयीन काम के सिलसिले में मिलनेवाले आम नागरिक हों या कोई सहकर्मी उनके मार्गदर्शन के सब कायल रहे. कोरोना जैसे गंभीर काल में निजी डाक्टरों ने भी अपनी सेवाडर के मारे बन्द रखी. जहां रास्ते सुनसान थे, कोई मदद की गुहार लगाने पर भी सामने आने से सभी डरते थे. ऐसे में स्वास्थ्य कर्मी , पुलिस व सरकारी डाक्टरों के साथ कंधे से कंधा भिड़ाए एक और व्यक्ति खड़ा था, और वे थे पवार.

मजदूरों एवं विद्यार्थियों का बने सहारा

 कोरोना महामारी के बीच कार्यालय एक ओर बंद थे और किसी को कोई सख्ती भी नहीं थी, ऐसे समय जरूरतमंद एवं पीड़ित  आम  नागरिकों की सेवा में आठ घंटे बगैर डिगे अपने कार्यालय में पावर डटें रहे. प्रवासी मजदूर व विद्यार्थियों के लिए किसी फरिश्ते से वे कम नहीं थे.उनको हर तरीके से राहत पहुंचा कर उनके गंतव्य स्थान तक रवाना करने की जद्दोजहद में रिटायरमेंट की दहलीज पर खड़े धुलिया उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जयदीप पवार लगे रहे. 

आखिरी दिन भी निभाते रहे जिम्मेदारी 

शुक्रवार को परिवहन विभाग में उनकी सेवा का  अंतिम दिन था. ऐसे सख्त एवं कर्मठ कोरोना वॉरियर्स अधिकारी को कार्यालयीन वरिष्ठ अधिकारी और सहकर्मियों ने भावभीनी विदाई दी.मार्च के अंतिम सप्ताह में कोरोना वायरस के खिलाफ देश लड़ रहा था. लॉकडाउन  के दौरान सड़कों पर परिवहन विभाग पुलिस और चिकित्सा विभाग के कोरोना वॉरियर्स दिन रात डटे रहते. उम्र के 58 वर्ष की सेवानिवृत्ति की  समय सीमा पूरी करने पर शुक्रवार को धुलिया के उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जयदीप पवार को एक सादे समारोह में विदाई दी. रिटायरमेंट के आखिरी दिन भी सेवा में उनकी ओर से कोई कमी नहीं आई.