धुलिया में कोरोना की विस्फोटक स्थिति

Loading

 ग्रामीण क्षेत्रों में भी महामारी ने दी दस्तक

पॉजिटिव व संदिग्धों की आई बाढ़ 

प्रशासन से आम लोगों तक सभी सकते में 

साक्री. धुलिया ज़िले में कोरोना की विस्फोटक स्थिति बनी हुई है. प्रति दिन सैकड़ों की संख्या में नए रोगियों की पुष्टि हो रही.संक्रमण पूरे ज़िले के ग्रामीण इलाकों में दस्तक दे दिया. शिरपुर और  साक्री तहसील के पिंपलनेर जैताने आदि हिस्सों में कोरोना संक्रमित व संदिग्ध रोगियों की बाढ़ आ गई है. तहसील के सभी हिस्सों में कोरोना ने उपस्थिति दर्ज कराई है. प्रशासन से आम आदमी तक कोरोना के इस नए हमले से सकते में आ गया है. शहर की एक बुजुर्ग महिला (उम्र 70) की बीमार होने के चलते रविवार को जांच की गई. बीती शाम को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके सभी परिजनों को स्वास्थ्य कोविड केंद्र में क्वारन्टाइन किया गया है. मंगलवार को उनके स्वैब नमूने लिए गए.

तहसील के पश्चिमी पट्टा परिसर के पिंपलनेर शहर में विगत हफ्ते एक संक्रमित पाए जाने के बाद नए मामले के रूप में सोमवार को बुजुर्ग दंपति के नमूने पॉजिटिव आए हैं. मरीजों के संबंधियों को किया गया क्वारंटाइन इस दंपति के बच्चे, किराएदार, उनके बच्चे, और पॉजिटिव दंपति को अस्पताल लाने-लेजाने वाले निजी वाहन का चालक आदि सभी शक के घेरे में आने से उनको कोविड केंद्र में क्वारन्टाइन किया गया है. पहले एक उसके बाद दंपति ऐसे तीन रोगी पिंपलनेर से मिले. मालमाथा परिसर के ग्राम जैताने में पहले एक कोरोनाग्रस्त रोगी मिला, उसके ठीक बाद में और दो रोगी होने की घोषणा की गई है. यहां भी तीन रोगी कोरोनाग्रस्त हैं.साक्री शहर के मध्य में स्थित गवलीबाड़ा परिसर में रविवार को एक संदिग्ध बुजुर्ग महिला मिली, जिसको सोमवार को पॉजिटिव घोषित किया. उसी महिला की दो बहुएं और पोते व सभी परिजनों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड केंद्र में रखा गया है.

इस कोरोनाग्रस्त महिला को धुलिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां उसका स्वैब लिया गया. महिला के साथ उसकी बहू भी थी. जिसको वापस भेज दिया गया. बुजुर्ग महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद, घर भेजी गई बहू को भी दूसरे ही दिन क्वारन्टाइन किया गया. 

घर पहुंचने के बाद रिपोर्ट आई पोजिटिव 

कुछ ऐसा ही मामला पिंपलनेर के दंपति का है, जिनके जांच नमूने जिले के अस्पताल में लिए गए.स्वैब नमूने लेने के बाद उनको छोड़ दिया गया. वे 75 किमी दूरी तय कर के घर पहुंचे. दूसरे दिन उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो अस्पताल और प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन फानन में अतिरिक्त तहसीलदार विनायक थविल के महकमे व स्वास्थ्य विभाग ने देर रात कोरोनाग्रस्त दंपति को जिले के अस्पताल पहुंचाया. उक्त दोनों मामलों में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कि अक्षम्य चूक उजागर हुई है. दोनों मामलों में रोगी को औऱ उसके साथ में आनेवाले व्यक्ति को तत्काल भर्ती कराकर उपचार शुरू करना एक साधारण प्रक्रिया का हिस्सा है. जिसका पालन नहीं किया गया. इस प्रकिया को स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर या कर्मचारी नहीं जानते थे, ऐसा कौन कहेगा? इस चूक की वजह से ना जानें और कितने लोग संक्रमित हुए होंगे. जैसे निजी वाहन चालक ने चूंकि वह सार्वजनिक वाहन है, कइयों के संपर्क में आया होगा.

दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की उठी मांग

बुजुर्ग की बहू को घर वापस भेजकर उसके परिवार को खतरे में डाला. मामलों के दोषियों को ढूंढा जाना चाहिए व कार्रवाई भी हों, ऐसी मांग उठाई जा रही है. सभी मामलों में संक्रमण के स्त्रोत बाहरी हैं. लेकिन अबतक इसका संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. जिलाधिकारी संजय यादव इस मामले में हस्तक्षेप करें और जिले में आनेवाले सभी बाहरी संपर्कोंपर निगरानी की जानी चाहिए, तभी इस प्रकोप पर  नियंत्रण हो पाएगा.