crime

Loading

हत्या का मास्टर माइंड फरार

गांव में तनावपूर्ण शांति

साक्री.  धमनार गांव में खेती के विवाद के चलते चचेरे भाइयों द्वारा अपने भाई की कुल्हाडी से हत्या करने की दिल दहला देने वाली घटना उजागर हुई है. इस घटना से तहसील में हड़कंप मच गया है.साक्री पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. हत्या का मास्टरमाइंड आरोपी फरार होने से मृतक के गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है. पुलिस निरीक्षक देवीदास ढुमने ने स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक सुभाष भिवसन वाघ ग्राम धमनार का निवासी है. उसका चचेरा भाई खिवराज धर्मा वाघ नाशिक जिले के सटाना शहर में रहता है. वह समय-समय पर धमनार में हिस्से की खेती करने के लिए आया करता था. 

खेती को लेकर चल रहा था विवाद

दोनों भाइयों के बीच खेती को लेकर पहले से विवाद था. गांव में आने के बाद एक बार और विवाद हो गया. पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई. इसी को लेकर एक मुकदमा अदालत में पहले से ही लंबित है. खिवराज वाघ अपने पुत्र सागर के साथ सटाना से खेती के काम से खिवराज धमनार में रहने वाले अपने अन्य चचेरे भाई के पुत्र कमलाकर वाघ के घर आए थे.जहां बातों बातों में खेती विवाद में सुभाष को सबक सिखाने की योजना बनाई गई. खिवराज व उसके पुत्र ने सुभाष को मार्ग का कांटा बताया. उसे रास्ते से हटाने के लिए  राजेंद्र मंगा निकम और मच्छीन्द्र राजेंद्र निकम ने कुल्हाड़ी लाकर दी. कुल्हाड़ी लेकर खिवराज वाघ और उसका पुत्र सागर, कमलाकर के छत से होता हुआ  सुभाष के घर के पिछवाड़े गए. वहां उन्होंने सुभाष को सोते पाया. 

कुल्हाड़ी से किए कई वार

दोनों ने एक बड़ा पत्थर उठाया और उसे सुभाष के  सिर पर फेंका.  लेकिन निशाना चूक गया. पत्थर गिरने की आवाज से सुभाष जाग गया.संभावित खतरे को भांपकर अपनी जान बचाने के लिए घर से बाहर भागा. खिवराज और उसका पुत्र सागर वाघ ने उसका पीछा किया और गली में पहुंच कर. उसको वहीं धर दबोचा और लोहे की पाइप व कुल्हाड़ी से सुभाष पर वार शुरू कर दिया. चूंकि हमलावर हथियारों से लैस थे, इस कारण सुभाष की सहायता के लिए कोई आगे नहीं आया. सुभाष की पत्नी रेखाबाई और बेटी माधुरी ने हमलावरों से सुभाष को मुक्त कराने की कोशिश की. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. सुभाष गंभीर रूप से घायल हो चुका था.

खून बह जाने से सुभाष ने तोड़ा दम

जैसे ही इस घटना की ख़बर मिली, गांव के पुलिस-पाटील मोहन सोनवणे ने पुलिस को तुरंत सूचित किया. पुलिस ने ताबड़तोब घटनास्थल पर पहुंचकर गंभीर रूप से घायल सुभाष को निजी वाहन में इलाज के लिए सरकारी ग्रामीण अस्पताल पहुंचाया. गंभीर चोटों के कारण अत्यधिक खून बह जाने से इलाज के दौरान सुभाष ने दम तोड़ दिया.

पुलिस ने चचेरे भाई खिवराज वाघ, उसका पुत्र सागर वाघ, भतीजे मच्छीन्द्र राजेंद्र निकम, राजेंद्र मंगा निकम, कमलाकर राजेंद्र वाघ के खिलाफ मृतक सुभाष के चाचा अशोक भिवसन वाघ की शिकायत पर मामला दर्ज किया है.

आरोपियों की धर-पकड़ में जुटी पुलिस

 संभागीय पुलिस उपाधीक्षक श्रीकांत घुमरे ने घटनास्थल का मुआयना किया और जांच के निर्देश दिए हैं. पुलिस निरीक्षक देवीदास ढुमने  स्वयं मामले की जांच कर रहे हैं. इसी मामले में हत्या के संदिग्ध अभियुक्त  सागर खिवराज वाघ ने भी  मृतक सुभाष वाघ, राहुल विनायक वाघ, अशोक भिवसन वाघ, बालू भिवसन वाघ और सुभाष भिवसन वाघ के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस आरोपियों की धर-पकड़ में जुटी है.