मालेगांव. शहर में कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा रही है। बेड (Beds), इंजेक्शन (Injections), ऑक्सीजन की कमी (Lack of Oxygen) के कारण कई मरीज़ अपनी जान गंवा रहे हैं। शनिवार को मनपा के सहारा कोविड केंद्र में एक युवक की इलाज के दौरान मौत (Death) हो गई। परिवार के सदस्यों ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन ने उसे समय पर उपचार नहीं दिया।
वर्तमान में कोरोना रोगी संख्या तेजी से बढ़ रही है, रोगियों के रिश्तेदार कतार में एक हफ्ते के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी के कारण हर किसी को भागना पड़ रहा है। 3 दिन पहले एक युवक को इलाज के लिए सहारा कोविड केंद्र में भर्ती कराया गया था। उसके स्वैब के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए क्योंकि उसमें कोरोना जैसे लक्षण पाए गए थे। परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त होने से पहले उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया, अस्पताल ने उसके परिवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने के लिए कहा। प्रक्रिया के बाद भी इंजेक्शन नहीं मिला। आखिरकार शनिवार दोपहर को युवक की मौत हो गई।
स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत करेंगे
आक्रोशित परिजन अस्पताल प्रशासन को आड़े हाथों लिया। अस्पताल में ही इंजेक्शन क्यों उपलब्ध नहीं कराया गया? यह सवाल युवक के परिवार ने उठाया था। इस बीच पूर्व विधायक आसिफ शेख ने मनपा प्रशासन की लापरवाही पर खरी खोटी सुनाई। इससे कुछ समय के लिए तनाव का माहौल बन गया। आखिरकार परिवार को समझाने के बाद, युवक के शव को दफन के लिए ले जाया गया। शेख ने कहा कि इस तरह की घटनाएं अक्सर होने के कारण वह स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत करेंगे।