Departmental Commissioner Radhakrishna Gamme gave instructions to the officials, prepare for disaster management before the rain

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    नाशिक. डिविजनल कमिश्नर राधाकृष्ण गमे (Divisional Commissioner Radhakrishna Gamme) ने कहा कि बारिश (Rain) के सत्र में किसी भी तरह का नुकसान न हो इसलिए विभाग के सभी जिला स्तरीय अधिकारी एक-दूसरे से समन्वय रखते हुए नियोजनपूर्वक आपदा व्यवस्थापन प्रस्ताव तैयार करें। साथ ही कोरोना (Corona) की संभावित तीसरी लहर (Third Wave) को ध्यान में रखते हुए सभी जिम्मेदार अधिक सतर्क रहें। वह डिविजनल कमिश्नर कार्यालय के नियोजन सभागृह में मानसून-2021 पूर्व तैयारी की विभागीय जायजा, विभागीय दक्षता और नियंत्रण, महिला व बाल कल्याण विशाखा समिति का जायजा, कोविड-19 व्यवस्थापन को लेकर आयोजित बैठक को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे।

    गमे ने कहा कि बारिश सत्र में संभावित आपदा को ध्यान में लेते हुए सभी जिम्मेदार अधिकारी अपने विभाग के आपदा निवारण के लिए नियोजन कर सजग रहें। प्रत्येक विभाग 24X7 नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर उस पर नियंत्रण रखने के लिए समन्वय अधिकारी की नियुक्ति करें। बाढ़ की स्थिति में बचाव के लिए साहित्य की जांच करें। जलसिंचाई विभाग बांधों की सुरक्षा को लेकर जांच करे। बाढ़ आने पर अस्थायी आश्रय स्थल निश्चित करें। बाढ़ स्थिति में यातायात व्यवस्था सुचारू रहने के लिए पुलिस विभाग नियोजन करें। सार्वजनिक निर्माण विभाग सभी पुलों का निरीक्षण करें।

    आपदा डिजिटल सायरन सिस्टम की भी व्यवस्था

    उन्होंने कहा कि चट्टान ढहने, बिजली गिरने, पेड़ रास्ते पर गिरकर यातायात बंद न हो इसके लिए भी योजना तैयार रखें। बाढ़ से खतरा होने की पूर्व सूचना देने के लिए जलगांव जिले ने तैयार किए आपदा डिजिटल सायरन सिस्टम को अन्य जिले अपने यहां कार्यान्वित करें। बाढ़ से खतरा होने वाले गांवों को मौसम के बारे में समय-समय पर जानकारी देने का समाज माध्यमों से प्रयास करें। बाढ़ आने पर नागरिकों को अनाज, पीने का पानी, आश्रय, कपड़े सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के साथ बाढ़ से मकानों का नुकसान हुए नागरिकों के लिए अस्थायी आश्रय उपलब्ध करने का नियोजन करें।

    स्वतंत्र टीम का चयन करें राजस्व विभाग

    गमे ने कहा कि मदद, पुर्नवसन तथा पंचनामा करने के लिए राजस्व विभाग स्वतंत्र टीम का चयन करें। सड़क मरम्मत, जर्जर इमारत, दूषित पानी की शिकायतें, अखंडित बिजली आपूर्ति, घनकचरा, बारिश में संक्रामक बीमारी का फैलाव न हो तथा संपर्क माध्यम शुरू रखें। आपदा स्थिति में जरूरत पड़ने पर समीप के जिले से मदद लेने की भी व्यवस्था करें। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर विभाग के किसी भी जिले में ऑक्सीजन की कमी न हो इसलिए जिले में तैयार होने वाले ऑक्सीजन उत्पादन परियोजना, कोविड काल में माता-पिता मरने वाले बच्चों के लिए स्थापन किए गए जिला स्तरीय कृति दल के कामकाज का जायजा लिया गया। इस दौरान विभागीय दक्षता व सनियंत्रण समिति के तहत दाखिल हुए मामलों की जानकारी सभी जिलाधिकारियों ने दी। साथ ही सरकारी, अर्ध्द सरकारी, निजी ऐसे आस्थापना में 10 से अधिक कर्मचारी होने वाले विशाखा समिति स्थापन कर रिपोर्ट पेश करने की सूचना गमे ने दी।