धनगर समाज को मिले अनुसूचित जमाति की सहूलियत

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  • तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

येवला. धनगर समाज को अनुसूचित जमाति की सहूलियत लागू कर उस पर तत्काल अमल करने की मांग को लेकर धनगर समाज की ओर से येवला तहसीलदार रोहिदास वारुले को ज्ञापन सौंपा गया. इस समय सुधीर जाधव, कांतिलाल सालवे, बबनराव सालवे, शंतनू कांदलकर, दत्तात्रय वैद्य, उत्तम खांडेकर, दत्तात्रय खांडेकर, श्रावण सालवे, गणपत काले, रमेश सालवे, दत्तात्रय देवरे, नितीन काले आदि उपस्थित थे. 

ज्ञापन में कहा गया है कि धनगर समाज के नागरिक अनेक वर्षों से अनुसूचित जमाति में शामिल करने की मांग कर रहे हैं. हमारे देश की राज्यघटना में अनुसूचित जमाति की सूची में अनुक्रमांक 36 पर धनगड के रूप में समाज का समावेश किया गया है. धनगर व धनगर दोनों एक ही है. धनगर समाज मूल रूप से राज्य घटना के अनुसार अनुसूचित जाति में शामिल है, लेकिन सरकार ने अब तक इस पर अमल नहीं किया है. धनगर समाज अत्यंत दुर्गम परिसर में रहने वाला व मेंढीपालन कर परिवार का उदर निर्वाह करने वाला समाज है. इसलिए परिवार के बच्चे शिक्षा से वंचित रहते हैं. समाज शैक्षणिक, आर्थिक रूप से पिछड़ा रहता है.