Due to the police the burden of debt on the traders of bullocks, the traders association demanded ac

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    धूलिया. मुंबई-आगरा हाईवे (Mumbai-Agra Highway) पर सोनगिर फाटा (Songir Phata) पर बैलों के व्यापारियों (Bullock Traders) को बेवजह परेशान किया जा रहा है। गाड़ी रोककर पैसे की मांग की जाती है। इसलिए व्यापारियों के लिए कर्ज में डूबने का समय आ गया है। दोंडाईचा ट्रेडर्स एसोसिएशन (Dondaicha Traders Association) ने मांग की है कि सोंनगिर थाने के उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस मांग का ज्ञापन पुलिस अधीक्षक चिन्मय पंडित को सौंपा गया।

    ज्ञापन में कहा गया है कि ‘हम कानूनी रूप से कृषि कार्य के लिए दोंडाईचा, तलोदा और खेतिया कृषि उपज मंडी समितियों से बाजार शुल्क देकर बैलों की खरीद कर रहे हैं।  इसे किसानों को बाजार में बेचने के लिए चार पहिया वाहन में धूलिया कृषि उपज मंडी समिति के पास ले जाया जाता है। हमारे पास इस लेनदेन की रसीद है क्योंकि यह पूरी तरह से कानूनी है।  इसके बावजूद पुलिस चव्हाण, भदाने और अतुल पाटील सोनगिर फाटा पर वाहनों को रोक रहे हैं। वह मवेशियों को गाड़ी के नीचे से उतार लेते हैं और गाड़ी रोक कर रखते हैं।  वे बैलों को एक गौशाला में भेजने की धमकी देते हैं जहां वे भूखे मर जाते हैं। व्यापारियों से पैसे की मांग करते हैं और भुगतान नहीं करने पर झूठे आरोप लगाने की धमकी देते हैं। सोनगिर थाने के यह पुलिस अधिकारी बिना वजह व्यापारियों को मानसिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।

    पुलिस की  इन हरकतों से व्यापारियों के कर्जे में जाने का समय आ गया है।  बैलों को धूलिसर ले जाया जाता है क्योंकि किसानों को मौजूदा खेती के मौसम में बैलों की सख्त जरूरत होती है।  व्यापारियों के पास इसका लाइसेंस है।  जितेंद्र परदेशी, सुकलाल पाटील, फकीरा परदेशी, विजय चौधरी, संजय धनगर, शानाभाऊ जिंगा, जीवन पवार समेत 32 व्यापारियों ने उक्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।