नाशिक. किसान-ग्राहक सेवा मंडी पुणे (Pune), मुंबई (Mumbai) जैसे शहरों में बनने वाला प्रकल्प है, जो अब नाशिक जिले (Nashik District) में पहली बार सिन्नर तहसील (Sinnar Tehsil) के सोमठाणे गांव (Somthane Village) की 2 एकड़ में होगी। इसके लिए मूलभूत सुविधा उपलब्ध करने के लिए विधायक माणिक कोकाटे (MLA Manik Kokate) ने हरसंभव प्रयास कर 3 करोड़ रुपए मंजूर करवाए। इस प्रकल्प से किसान और ग्राहक दोनों का लाभ होगा।
गौरतलब है कि साप्ताहिक मंडी में सब्जी बिक्री करने वाले किसान और उसे खरीदी करने वाले ग्राहकों को पर्याप्त सुविधा नहीं मिलती है। इसलिए ग्राहक शहरों की मंडी या मॉल में खरीदारी के लिए जाते हैं। परिणामस्वरूप स्थानीय किसान अपनी सब्जियों को ग्राहकों के अभाव में व्यापारी को कौड़ियों के दाम बेचता है। दूसरी ओर ग्राहकों को भी यह सब्जियां व्यापारियों से अधिक दाम पर लेनी पड़ती है। इसलिए किसान और ग्राहक दोनों का नुकसान होता है, जिसे टालने के लिए विधायक कोकाटे ने सोमठाणे गांव में किसान-ग्राहक सेवा मंडी बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए कोकाटे ने उप मुख्यमंत्री व वित्तमंत्री अजीत पवार से निधि देने की मांग की। इसके तहत नियोजन विभाग ने जिला नियोजन समिति को यह प्रकल्प मंजूर करने के आदेश दिए। यह प्रस्ताव अनूठी योजना में दाखिल किया गया। इस प्रस्ताव को जिलाधिकारी ने अनुमति देते हुए 3 करोड़ रुपए का निधि मंजूर किया है।
किसान-ग्राहकों को होगा लाभ
इस प्रकल्प में कोई भी बीच में न होने से ग्राहकों द्वारा दिए जा रहे पैसे किसानों को मिलने वाले है। किसान साप्ताहिक मंडी का समय और स्थल निश्चित होने से कृषि माल निकालने और बिक्री का नियोजन किसान सही तरह से कर सकता है। किसानों से कृषि माल खरीदी करने का ग्राहकों को आनंद मिलेगा। एक ही छत के नीचे सब्जी, फल, अनाज, दूध, दाल, प्रक्रिया उत्पादन, ग्रामीण उत्पादन ग्राहकों को उपलब्ध होने से ग्राहकों का समय और पैसे की बचत होगी। साथ ही दर्जात्मक कृषि माल मिलेगा।