मंडी समिति में सब्जियां फेंककर लौटे किसान

  • दामों में भारी गिरावट से नाराज

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नाशिक. इन दिनों मंडियों में सब्जियों की आवक बढ़ जाने से दामों में भारी गिरावट आ गई है. मेथी, शेपू और हरा धनिया तो 1 रुपए से 3 रुपए प्रति गड्ढी के दामों में बेचे जा रहे हैं. नाशिक मंडी समिति के प्रांगण में सैकड़ों  गड्ढी वहीं फेंक कर अनेक किसान वापस लौट गए. कम दामों के कारण उत्पादन और यातायात का खर्च भी ना मिल पाने से किसानों पर ऐसा समय आ गया है.

नाशिक से बड़ी मात्रा में सब्जियां मुंबई के वाशी मार्केट और अन्य मंडियों में भेजी जाती हैं. जिसके कारण नाशिक की मंडी समिति में अनेक किसान अपना माल बेचने के लिए लाते हैं. लेकिन इन दिनों सब्जियों की आवक बढ़ जाने से दाम बहुत हद तक गिर गए हैं. जिससे तंग आकर किसानों ने अपना माल वहीं मंडी समिति के प्रांगण में फेंक दिया और वापस लौट गए. 

मेथी, शेपू और हरा धनिया बेहद सस्ते

पिछले रविवार को एक रुपए पिंडी के दाम इन तीनों सब्जियों के मिले थे, उसके बाद से दाम बढ़ाए ही नहीं गए थे, इसी बात से गुस्सा होकर किसानों ने अपना माल वहीं छोड़ दिया और मंडी से लौट गए. सब्जियों के दाम लगातार गिरते रहने से किसान डरे हुए हैं. नाशिक जिले की अन्य मंडियों में प्याज के दामों में भी गिरावट आई है जिससे प्याज़ उत्पादक भी परेशान हैं. ऐसे में दूसरी सब्जियों के दाम भी गिरने से किसानों में रोष है.