खरीफ सत्र के लिए जिले में 3300 करोड़ का लक्ष्यः मांढरे
नाशिक. जिलाधिकारी सूरज मांढरे ने कहा है कि महात्मा फुले किसान कर्जमुक्ति योजना के लिए पात्र होने वाले किसानों को जल्द ही फसल कर्ज का वितरण किया जाएगा. इस बारे में बैंकों द्वारा पत्र दिया जाएगा. इस बारे में बैंकों को सूचना दी गई है. इसलिए किसान फसल कर्ज को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. खरीफ सत्र के कार्य समय पर पूरे करें. इस साल के खरीफ सत्र के लिए किसानों को कर्ज उपलब्ध कराने के लिए 3 हजार 300 करोड़ का लक्ष्य जिले को दिया गया है. जब महात्मा फुले कर्जमुक्ति योजना की प्रक्रिया जिले में शुरू की गई तब जिले के कुछ गांवों में ग्रामपंचायत के चुनाव होने से जिले में आचार संहिता लागू हुई.
इसलिए कर्जमुक्ति की प्रकिया पूर्ण नहीं हो पाई. इसके बाद कोरोना का संकट आया और आधार कार्ड द्वारा होने वाली बायोमेट्रिक जांच रुक गई. संबंधित डिवाइसेस उपयोग पर पाबंदी होने से जिले के 1 लाख 37 हजार किसानों की बायोमेट्रिक जांच नहीं हो पाई. फिर भी यह सब किसान कर्ज के लिए पात्र है. यह संख्या अधिक होने से उन्हें कर्ज मिले इसलिए प्रयास किया जाएगा.
हर बुधवार को होगी बैंकों की बैठक
पिछली जायजा बैठक के बाद कुछ बैंकों ने 100 करोड़ रुपए का वितरण किया. बैंकों के पास बड़े तौर पर बकायेदारों की सूची है. परंतु किसानों को कर्ज उपलब्ध करना सरकार व प्रशासन का सर्वोच्च और प्राथमिक विषय है. इसलिए जिन बैंकों के पास अधिक उद्दिष्ट है उन बैंकों के विभागीय प्रमुखों से हर बुधवार को बैठक ली जाएगी. पिछले साल भी ऐसा ही प्रयोग किया गया था. 15 दिनों में कर्ज की रकम में 300 करोड़ की वृद्धि हुई थी. इस बार भी इसी तरह से कर्ज उपलब्ध किया जाएगा. बैंक अधिकारियों ने सभी कर्मियों का सही उपयोग कर अधिक से अधिक कर्ज वितरण पूरा करें. ऐसी अपील मांढरे ने की.