नए संकट की आहट से चिंता में डूबे किसान

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कोरोना और चक्रवात के बाद टिड्डियों के हमले की आशंका

टिड्डियों से निपटने कृषि विभाग ने दिए सुझाव

साक्री. राजस्थान के साथ देश के उत्तर के राज्यों में उत्पात मचाने के बाद टिड्डियों का हमला महाराष्ट्र में भी हो सकता है. नए संकट की आहट से किसानों में भय का माहौल है. ‘ टिड्डियों के हमले से घबराएं नहीं, घरेलू उपाय व कृषि रसायनों से उसका सामना करने’ की सलाह तहसील के कृषि विभाग द्वारा दी जा रही है. देश के विभिन्न हिस्सों में टिड्डियों द्वारा किया गया फसल का नुकसान व किसानों को हुई परेशानी की खबरें ग्रामीणों ने देखी और सुनी हैं. टिड्डियों का हमला अपने क्षेत्र में हो सकता है कि अटकलों से  किसानों में दहशत व्याप्त है.कोरोना महामारी, चक्रवात और बेमौसम बारिश के बाद अब किसान टिड्डियों के संभावित हमले से चिंतित हैं. कैसे फसलों को इस संभावित विपदा से बचाएं या नियंत्रित करें. टिड्डियां हों या कोई कीट-पतंग किसानों को चाहिए कि वे विभाग के कृषि पर्यवेक्षक, कृषि सहायक और तहसील के कृषि अधिकारी से तत्काल संपर्क करें, एेसा आह्वान किसानों से  किया गया है.

घरेलू नुस्खे अपना कर बचाएं फसल

 किसानों को डरना नहीं चाहिए, बल्कि कृषि विभाग द्वारा अनुशंसित कीटनाशकों का छिड़काव व कुछ घरेलू नुस्खें अपनाकर संकट का सामना करने का ढांढ़स कृषि विभाग ने बंधाया है.कार्यालय द्वारा टिड्डियों को भी नियंत्रित करने के लिए सावधानी और उपाय सुझाए हैं. उनके मुताबिक खेत और फसल का नियमित निरीक्षण, सर्वेक्षण जरूरी है.यदि टिड्डियां पाई जाती हैं, तो डिब्बे, लोहे की चादरें, भोंपू, हूटर या सायरन, टंकी को पीटकर शोर करें  या  ट्रैक्टर के मशीन की ध्वनि की जानी चाहिए. खेत के पेड़ों के पास रात में धुआं करने जैसे घरेलू उपाय आजमाएं. 

 संकट से बचने कृषि विभाग से करें संपर्क

रासायनिक उपायों में, प्रति हेक्टेयर 2.5 लीटर नीम तेल का छिड़काव करना, रसायन फिप्रोनिल 5 (एससी) और 2.92 (ईसी) को गेहूं के चोकर या गन्ने की भूसी या गुड़ के साथ मिलाकर कीटों का जहां आश्रय लिया है. उस स्थान के आसपास डालना, मेटाहाइजेनिक एक्रिडियम और माइक्रोस्पोरियम पैरानोसिमा लोकेस्टि जैसे जैविकों का उपयोग करने का मंत्र कृषि विभाग ने दिया है. कृषि से संबंधित किसी भी संकट से निपटने के लिए या आवश्यक समाधान और मार्गदर्शन हेतु संपर्क करने का आह्वान कृषि अधिकारी सी.के.ठाकरे और उनके सहायक हेमंत बाविस्कर ने किया है.