Nashik Municipal Corporation
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    नाशिक. कोरोना (Corona) को नियंत्रित करने के लिए मास्क (Mask) नहीं पहनने वालों पर 1000 रुपए का जुर्माना (Fine) लगाने के लिए नागरिकों और नगरसेवकों (Corporators) के विरोध के बावजूद नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) ने अपनी कार्रवाई जारी रखी और दिन भर में 127 मास्क ना पहनने वाले नागरिकों पर 1000 रुपए का जुर्माना लगाया। परिणामस्वरूप मनपा के खजाने में 1 लाख 27 हजार रुपए एक दिन में जमा हुए। पिछले 5 दिनों में मनपा ने 573 लापरवाह नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की है और 2 लाख 26 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया है। जुर्माने की राशि का विरोध नगरसेवकों के साथ-साथ नागरिकों द्वारा भी किया जा रहा है। 

    मनपा ने कोरोना नियंत्रण के लिए मास्क, सेनिटाइज़र और सुरक्षित दूरी पर जोर दिया है। मास्क नहीं पहनने वालों पर अन्य शहरों में 200 रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है। 

    जुर्माने की बड़ी राशि को लेकर विरोध

    पालक मंत्री भुजबल ने नाशिक में जुर्माना बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया है। कमिश्नर कैलास जाधव ने सोमवार को इस संबंध में एक आधिकारिक आदेश जारी किया था। मंगलवार से मास्क नहीं पहनने वालों पर प्रति व्यक्ति 1,000 रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है। इतनी बड़ी मात्रा में जुर्माना लगाने के विरोध के बावजूद, मनपा की विभागीय टीमों ने 1000 रुपए का जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है। कई जगहों पर नागरिकों ने इतने बड़े जुर्माना लगाने का विरोध किया। मनपा की टीमों द्वारा आयुक्त का पत्र दिखाकर दिन भर में 127 लोगों पर जुर्माना लगाया गया। उनके पास से एक लाख 27 हजार रुपए वसूल किए गए। एक दिन में मनपा के छह मंडल अधिकारियों की टीमों ने मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। पिछले 5 दिनों में, मनपा ने 570 से अधिक लापरवाही करने वाले नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की है और 2 लाख 50 हजार रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। इसलिए मनपा के खजाने में राशि जमा होने से मनपा खुश है।

    जुर्माना लगाने का मतलब मनपा की आय बढ़ाना नहीं है, बल्कि नागरिकों को अनुशासित करना है। जुर्माने की राशि जिला स्तरीय आपातकालीन प्रबंधन समिति द्वारा तय की गई है। इसे बदलने का अधिकार न तो प्रशासन, पदाधिकारियों और न ही नगरसेवकों के पास है। इसके लिए नागरिकों को सहयोग करना चाहिए।

    - कैलास जाधव, कमिश्नर, नगर निगम