nashik border

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    नाशिक. सप्ताहांत के बंद के कारण जिले के सभी व्यापारियों ने अपने कारोबार बंद रखे थे। जिन्हें आवश्यक सेवा के रूप में अनुमति दी गई थी, उन्होंने भी अपने व्यवसाय बंद रखे। जिले से लेकर पड़ोसी राज्य गुजरात (Gujarat) की सीमा (‍Border) तक सभी क्षेत्रों में शांति थी। महाराष्ट्र में सुरगाणा तहसील (Surgana Tehsil) में बोरगांव से 9 किलोमीटर की दूरी पर एक चौकी है, जहां बैरिकेड्स लगाकर, ड्यूटी पर केवल एक होमगार्ड (Home Guard) देखा गया। वहीं से केवल 100 मीटर की दूरी पर गुजरात की चौकी है, जहां पुलिस की मदद के साथ मेडिकल टीम (Medical Team) को भी ड्यूटी पर देखा गया।

    यहां बॉर्डर पर गुजरात में प्रवेश करने वाले नागरिकों को रोक कर उन्हें तब तक आगे प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही, जब तक कि उनके पास RT-PCR परीक्षण रिपोर्ट नहीं मिलता। जिन वाहन मालिकों के पास रिपोर्ट नहीं है, उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। एक ओर गुजरात की ओर से पूरी सुरक्षा की पूरी फौज तैनात है और महाराष्ट्र में केवल एक होमगार्ड बॉर्डर पर खड़ा समय बिताता दिखाई दे रहा है। ऐसे में गुजरात से आने वाले वाहनों को महाराष्ट्र में खुला प्रवेश मिल रहा है। गुजरात सीमा पर जाते हुए रास्ते पर दिंडोरी तहसील के पिंपलगांव बसवंत, खेडगांव, दिंडोरी, वणी, बोरगांव में सन्नाटा दिखाई दे रहा है। इन गांवों के व्यवसायिकों ने अपने व्यवसाय बंद रखे हैं।

    जिला प्रशासन की भारी गलती

    एक ओर जहां गुजरात पुलिस कोरोना संक्रमण को लेकर जागरुक हैं, वहीं महाराष्ट्र पुलिस की लापरवाही से गुजरात के नागरिक महाराष्ट्र में खुले आम प्रवेश कर रहे हैं। महाराष्ट्र से जाने वाले लोग कोरोना बाधित हो सकतें हैं, लेकिन हमारे राज्य की पुलिस को गुजरात से आने वालों पर इतना भरोसा है कि उनको लगता है कि सीमा में प्रवेश करने वाला एक भी व्यक्ति कोरोना बाधित नहीं हो सकता। महाराष्ट्र की ओर से गुजरात जाने वाले वाहन चालक और यात्री इस बात पर आक्रोष जता रहे हैं कि महाराष्ट्र पुलिस इस प्रकार की लापरवाही क्यों कर रही है। सवाल यह उठाया जा रहा है कि नाशिक जिले में कोरोना का प्रकोप है, तो क्या गुजरात में एक भी मरीज नहीं हैं? ऐसे में महाराष्ट्र पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि गुजरात पुलिस को देखते हुए वह भी अपनी सीमा क्षेत्र में सुरक्षा टुकड़ी के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी तैनात करें। गुजरात जाने वाले वाहन चालक और यात्री अपना RT-PCR टेस्ट पहले से करवा लें, ऐसा करने पर गुजरात सीमा के भीतर अधिक परेशानी का उन्हें सामना नहीं करना पड़ेगा।