पिंपलगांव मोर में फिर तेंदुआ कैद

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इगतपुरी. विगत महीने से तहसील के पिंपलगाव मोर की मासूम कविता आनंदा मधे (6) को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था. इसके बाद वन विभाग ने परिसर में पिंजरा लगाया था, जिसमें तड़के सुबह तेंदुआ कैद हुआ. इस परिसर में 4 पिंजरे और ट्रैप कैमेरे लगाए गये थे. विगत सप्ताह में 24 नवंबर की सुबह पिंजरे में एक तेंदुआ कैद हुआ था.

इसके बाद मंगलवार 1 दिसंबर को फिर से एक तेंदुआ कैद हुआ. जिस परिसर में बालिका पर हमला हुआ था, उसी परिसर में लगाए गए पिंजरे में यह तेंदुआ कैद हुआ है. विगत सप्ताह में कैद हुए तेंदुए से मंगलवार को कैद हुआ तेंदुआ छोटा है, जिसकी आयु तकरीबन साढ़े चार वर्ष होने की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों ने दी.

इस दौरान वन विभाग की ओर से वन परिक्षेत्र अधिकारी रमेश ढोमसे, वन परिमंडल अधिकारी ई. टी. भले, वन रक्षक एस. के. बोडके, एफ. जे. सय्यद, आर. टी. पाठक, एम. जे. पाडवी, बी. एस. खाडे आदि उपस्थित थे. तहसील में तेंदुओं का मुक्त संचार हो रहा है. पूर्व परिसर के नागरिकों पर हमले हो रहे हैं. पिंपलगाव मोर व परिसर के क्षेत्र में प्रति दिन तेंदुओं देखे जा रहे हैं. दो दिनों पूर्व धामणी में भी शाम के समय तेंदुआ नजर आया था. ग्रामीणों के अनुसार परिसर में और चार से पांच तेंदुआ हैं. इसलिए ओर कुछ दिनों तक पिंजरे लगाना जरूरी है. लगातार तेंदुओं के देखे जाने से ग्रामीणों में भय का माहौल निर्माण हुआ है.

तेंदुआ देखने के लिए नागरिकों ने की भीड़

पिंजरे में तेंदुआ कैद होने की जानकारी परिसर में फैलने के बाद तेंदुआ देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी रही. फोटो निकालने के लिए चलने वाले मोबाइल फ्लैश लाइट से तेंदुआ आक्रोशित होकर पिंजरे को टक्कर दे रहा था.