Money kept in credit society will now be safe
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  • केंद्र सरकार ने निधि का वितरण किया

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नाशिक. वायु प्रदूषण में आगे होने वाले शहरों को उपाय योजना करने के लिए केंद्र सरकार ने निधि का वितरण किया है. नाशिक महानगर पालिका को वायु सुधार कृति प्रस्ताव कार्यान्वित करने के लिए 20 करोड़ रुपए की निधि प्राप्त हुई है. केंद्र सरकार ने 2013-14 में देश के प्रमुख शहरों के वायु प्रदूषण का मापन कर दो साल पहले देश के 17 शहरों का चयन किया था, जिसमें नाशिक शामिल है. इसलिए शहर की हवा और उसकी गुणवत्ता के रिपोर्ट की जांच की जा रही है. इसके लिए एक समिति गठित की गई है, जिसमें नाशिक महानगर पालिका के आयुक्त पदसिद्ध अध्यक्ष हैं.

प्रदूषण नियंत्रण मंडल के प्रादेशिक अधिकारी भी इस समिति में हैं. केंद्र सरकार ने मनपा को निधि दी है, जिसका उपयोग प्रदूषण नियंत्रण मंडल की देखरेख में होगा. इस बारे में मंडल जल्द ही सूचना पत्र जारी करने वाला है. इसके तहत कार्यवाही की जाएगी. वायु की गुणवत्ता सुधारने के लिए विविध उपक्रमों का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. 

प्रस्ताव तैयार करने के आदेश 

सरकार द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार नाशिक महानगर पालिका को हवा सुधार कृति प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए गए हैं. समिति द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव को मंजूरी के लिए सरकार को भेजा गया, जिसे अनुमति मिलने के बाद शहर के हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकार ने 20 करोड़ रुपए की निधि नाशिक महानगर पालिका को भेजी है. इस प्रस्ताव में प्रमुख रूप से जनजागृति के लिए शहर में कार्यशाला का आयोजन, यातायात ठप न हो इसलिए सड़कों का चौड़ीकरन, मोटारी का अल्ट्रेशन रोकना, स्मार्ट सिटी अंतर्गत शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देना, बड़े वाहनों को शहर के बाहर रोकना, ओवरलोडिंग से प्रदूषण करने वाले वाहनों पर कार्रवाई करना, यातायात ठप न हो इसलिए विविध उपाय योजना करना आदि उपाय सूचित किए गए हैं. 

स्मार्ट सिटी प्रकल्प को लेकर विरोध 

नाशिक शहर में स्मार्ट सिटी का महत्वपूर्ण प्रकल्प कार्यान्वित किया जा रहा है, लेकिन नगरसेवक इस प्रकल्प को लेकर विरोध कर रहे हैं. ऐसे में मनपा प्रशासन द्वारा प्रकल्प अधूरा रखने की जिम्मेदारी ठेकेदार कंपनी पर निश्चित करने से यह प्रकल्प भी समस्या में आ गया है. नाशिक औद्योगिक क्षेत्र में इलेक्ट्रिकल व इंजिनियरिंग उद्योग की संख्या अधिक है. उन्हें लगने वाले विविध साधनों पर प्लेटिंग व सरफेस कोटिंग करने के लिए उद्योग के माध्यम से प्रदूषण बढ़ रहा है. परंतु इन उद्योगों में संयुक्त प्रकल्प निर्माण करने की प्रक्रिया शुरू होने से यह समस्या हल हो गई है. 

धुएं और कूड़े से वायु प्रदूषण 

प्रत्यक्ष में शहर में वायु प्रदूषण वाहनों से निकलने वाले धुएं और कूड़े से हो रहा है. पुराने वाहनों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. केंद्र सरकार के ली4 इंजन बंद कर ली6 शुरू करने से वायु प्रदूषण का प्रतिशत कम होने वाला है. परंतु अनेक पुराने वाहनों से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण बढ़ रहा है. ऐसे वाहनों पर कार्रवाई करना जरूरी है.