नाशिक. राज्यमंत्री आदिती तटकरे की अध्यक्षता में गठित धर्मदाय निजी अस्पताल की जांच समिति के सदस्य पद पर विधायक देवयानी फरांदे का चयन किया गया है. महाराष्ट्र विधिमंडल के कामकाज में धर्मदाय निजी अस्पताल जांच समिति का काम महत्वपूर्ण होता है.
इस समिति में वार्षिक आय 85 हजार से अधिक न होने वाले व्यक्ति और वार्षिक आय 1 लाख 60 हजार से अधिक न होने वाले समाज के दुर्बल घटक के व्यक्तियों के लिए होने वाली योजना के अंतर्गत उपचार करना धर्मदाय निजी अस्पताल को बंधनकारक होता है. इसके लिए मरीजों को केशरी, पीला राशन कार्ड और तहसीलदार द्वारा दिया गया आय प्रमाणपत्र आवश्यक होता है. परंतु ऐसे प्रवर्ग के अनेक मरीजों को कई पर अस्पताल द्वारा एडमिट नहीं किया जाता है. साथ ही उनसे उपचार का बिल अधिक वसूल किया जाता है.
आरक्षित होते हैं 10 प्रतिशत बेड
इस योजना से जुड़े अस्पताल में 10 प्रतिशत बेड आरक्षित होते हैं. 10 प्रतिशत बेड दुर्बल घटकों के व्यक्तियों के लिए आरक्षित रखना बंधनकारक है. इन सभी कामकाज पर ध्यान देने की जिम्मेदारी इस समिति की होती है. विधायक फरांदे का इस समिति के सदस्य पद पर चयन होने से नाशिकवासियों को लाभ होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.