मनसे ने सरकार को जगाने किया अनोखा आंदोलन

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  • महाराष्ट्रीयन युवकों को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास 
  • गेट पर प्रतीकात्मक कुंभकरण को सुलाया

धुलिया. मंगलवार का दिन भी अनोखे आंदोलन के रूप में धुलिया के इतिहास में दर्ज किया गया है. इस बार प्रशासन और सरकार के विरोध में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने प्रतीकात्मक कुंभकरण को ज़िला अधिकारी कार्यालय के प्रवेश द्वार पर सुला कर सोई सरकार को जगाने का प्रयास किया है.

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन के माध्यम से लॉकडाउन में  बेरोजगार हुए महाराष्ट्रीयन युवाओं की समस्या से अवगत कराया है. उच्चतम न्यायालय और सरकार के आदेश के बावजूद स्थानीय नौकरियों में महाराष्ट्रीयन युवाओं को स्थान नहीं दिए जाने पर रोष व्यक्त किया है.

लाकडाउन से छिना लोगों का रोजगार

महानगर अध्यक्ष हर्षल राजेश परदेसी के नेतृत्व में मंगलवार की सुबह ज़िलाधिकारी प्रांगण के सामने मनसे कार्यकर्ताओं ने कुंभकरण की प्रतीकात्मक वेश भूषा में एक कार्यकर्ताओं को लेटा दिया और सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि सरकार ने आदेश दिया था कि लॉकडाउन में महाराष्ट्र छोड़कर गए उत्तर भारतीय मजदूरों के स्थान पर महाराष्ट्र में युवाओं को 80% रोजगार में स्थान दिया जाएगा और उत्तर भारत से लौटने वाले मजदूरों का महाराष्ट्र में पंजीकरण कराया जाएगा, इस तरह का आदेश देने के बावजूद प्रशासन कुंभकरण नींद में सोया हुआ है. 

बाहरी लोगों से स्थानीयों को नहीं मिल रहा रोजगार

बड़े पैमाने पर उत्तर भारत से बिहारी और यूपी के मजदूर महाराष्ट्र में आ रहे हैं जिसके कारण स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध नहीं हो रहा.लॉक डाउन के कारण महाराष्ट्र का श्रमिक विद्यार्थी पार्ट टाइम काम करने वालों पर दो समय की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है.जिसके चलते महाराष्ट्र में लॉकडाउन और बेरोजगारी से आत्महत्या के मामले बढ़े हैं और सरकार की कथनी और करनी में फर्क है. कुंभकरण की नींद में सोई सरकार और अधिकारी को जगाने ने मनसे ने सरकार की नीति खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर अधिवक्ता प्रसाद देशमुख हर्षल परदेसी प्रशांत व्यवहारे ओम कासार नयन देवरे विट्ठल फुल पगारे चेतन पाटील गोपाल सोनवणे आदि मौजूद थे.