Nashik Zila Parishad

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    नाशिक. कोरोना महामारी के चलते सरकारी दफ्तरों (Government Offices) की शुरुआत महज 15 फीसदी उपस्थिति के साथ हो गई है। मंगलवार से पाबंदियों में ढील के साथ ही नाशिक जिला परिषद (Nashik Zila Parishad) में उपस्थिति बढ़ गई है। सूत्रों ने बताया कि सीईओ (CEO) द्वारा काम पूरे करने की अपील करने के कारण यह बढ़ोतरी हुई है। 

    शहर सहित ग्रामीणांचलों में कोरोना के कारण मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हुआ था इसलिए नाशिक शहर में सख्त पाबंदियां लागू करते हुए कर्फ्यू जारी कर दिया गया। सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 15 फीसदी कर्मचारी ही कार्यरत थे।

    कार्यालय बुलाये गये कर्मचारी

    कर्फ्यू और सख्त पाबंदियों के चलते नाशिक शहर समेत ग्रामीण इलाकों में मरीजों की संख्या घट रही है और नाशिक रेड जोन से बाहर आ गया है इसलिए पालक मंत्री छगन भुजबल ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाकर प्रतिबंधों में ढील देने को कहा था। जिसके अनुसार, डीएम ने 1 जून से कुछ प्रतिबंधों में ढील दी। इस बीच, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी लीना बनसोड़ ने कर्मचारियों से अपील की थी कि वे अपने रुके हुए काम को पूरा करने के लिए उपस्थित हों क्योंकि सरकारी कार्यालयों में काम लंबित था। नतीजा यह रहा कि मंगलवार को सभी विभागों में कर्मचारियों की उपस्थिति बढ़ने से जिला परिषद में कई दिनों के बाद हलचल दिखाई दी। पहले केवल 15% उपस्थिति के साथ काम शुरू होता था। मंगलवार से जिला परिषद के सामान्य प्रशासन विभाग में कर्मचारियों की उच्च उपस्थिति देखी गई।