बंदिस्त नहर से जलापूर्ति करने के लिए 25 करोड़ का प्रावधान-कृषि मंत्री दादा भुसे

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    मालेगांव. कृषि मंत्री दादा भुसे (Agriculture Minister Dada Bhuse) ने कहा, तहसील के बोरी अंबेदरी और दहिकुटे इस लघु सिंचाई प्रकल्प (Minor Irrigation Project) के बंदिस्त नहर द्वारा जलापूर्ति (Water Supply) करने के लिए 25.21 करोड़ (Crore) रुपए के निधि का प्रावधान किया गया, जिसका सूखाग्रस्त गांवों को लाभ मिलेगा। पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा, तहसील के टिंगरी गांव के पास 1992 में बोरी नदी पर बोरी आंबेदरी लघु सिंचाई प्रकल्प, दहिकुटे गांव के पास 1975 में कान्हेरी नदी पर दहिकुटे लघु सिंचाई प्रकल्प का निर्माण किया गया।  

    बोरी अंबेदरी बांध का लाभ क्षेत्र में 910 हेक्टेयर  दहिकुटे बांध के लाभक्षेत्र में 648 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई के नीचे आ गया है। वहीं  खुली नहर से पानी बहते समय 50 प्रतिशत पानी लीकेज होता है, इसके चलते पिछले 40 सालों से बोरी अंबेदरी और दहीकुटे प्रकल्प का औसत 50 प्रतिशत क्षेत्र को सिंचाई का लाभ नहीं मिला।  बंदिस्त जलापूर्ति योजना से पानी का लीकेज बंद होगा, साथ ही खेती के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध होकर लाभक्षेत्र स्थित गांव की खेती को 8 माह  सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। ठिंबक और तुषार सिंचाई इस सुक्ष्म  सिंचाई योजना के माध्यम से सिंचाई क्षेत्र बढ़कर दहिकुटे लघु सिंचाई का क्षेत्र 648 हेक्टेयर बोरी अंबेदरी प्रकल्प क्षेत्र 755 हेक्टेयर  सिंचाई  में आएगा।

    इन गांवों को होगा सिंचाई से लाभ

    बोरी अंबेदरी प्रकल्प के अंतर्गत झोडगे, अस्ताणे, जलकू, वनपट, लखाणे, राजमाने, दहिदी, गालणे, टिंगरी, हरण शिकार आदि दहीकुटे प्रकल्प के अंतर्गत देवारपाडे, जलकू, झोडगे, चिखलओहोल, दसाणे, दहिकुटे, माणके, सायने खु. आदि गांवों को बंदिस्त नहर योजना के  सिंचाई   से लाभ होगा।