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बीमा संरक्षण न मिलने से हैं आहत

नाशिक. कोरोना संकट में जान जोखिम में डालकर नागरिकों को राशन का वितरण करने वाले राशन दुकानदारों को बीमा संरक्षण नहीं मिलने से 1 जून से अनाज वितरण बंद करने का निर्णय लिया गया है. लाक डाउन के कारण जनजीवन ठप है. काम बंद होने से आम लोग पेट भरने की चिंता में डूब गए हैं. इस समय सरकार के आदेश के अनुसार गरीबों का पेट भरने के लिए राशन दुकानदार पूर्ण समय दुकानें खुली रखकर सेवा दे रहे हैं. परंतु मुंबई, नांदेड सहित राज्य के कुछ जिलों में राशन दुकानदार कोरोना से संकर्मित होने की बात सामने आई है. इसके बाद दुकानदार भयभीत हो गए हैं. संकट समय में राशन दुकानदारों को बीमा संरक्षण देने की मांग प्रलंबित है, जिसे मंजूर करने के बजाय एक दूसरे की ओर उंगली दिखाने का आरोप दुकानदार कर रहे हैं. इसलिए उन्होंने ने 1 जून से दुकानें बंद करने का निर्णय लिया है.

..तो अनाज नहीं उठाएंगे

कोरोना के संकट में राशन दुकानदार की मौत होने पर परिवार को 50 लाख रुपए की मदद देने, अप्रैल, मई और जून के लिए निःशुल्क दिए हुए चावल, दाल का कमीशन तुरंत देने, सभी दुकानदारों एवं सेवकों को सुरक्षा किट देने की मांग की है. ऐसा न होने पर नाशिक जिला राशन दुकानदार संगठन ने अनाज उठाना व वितरण बंद करने का निर्णय लिया है. इस बारे में जिला आपूर्ति अधिकारी अरविंद नरसीकर को संगठन के विभागीय अध्यक्ष गणपत डोलसे पाटिल और जिलाध्यक्ष निवृत्ति कापसे ने ज्ञापन सौंपा.