Three arrested, including two nurses, on charges of black marketing of Remdesivir in Madhya Pradesh
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    नाशिक. मरीज और उनके परिजन अभी भी दहशत की स्थिति में है क्योंकि जिले में अभी भी मांग में बहुत कम संख्या में रेमडेसिवीर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) मिल रहे हैं। प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि सोमवार को मिले 2000 इंजेक्शन अस्पतालों को ‘पहली मांग, पहली प्राथमिकता’ के रूप में वितरित किये गये। कोरोना के मरीजों (Corona Patients) के उपचार में कोरोनरी हृदय रोग के मरीजों के उपचार में रेमडेसिविर इंजेक्शन को प्राथमिकता दी जाती है। जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे उपचारात्मक इंजेक्शनों (Injections) की मांग भी बढ़ रही है। आपूर्ति की कमी के कारण मरीजों और उनके रिश्तेदारों के बीच बेचैनी बढ़ रही है। जिले में सोमवार को 2000 इंजेक्शन मिले। कई अस्पतालों ने जिला प्रशासन के पास मांगें रखी थीं। 

    प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि अस्पतालों को इंजेक्शन की आपूर्ति पहली मांग पहली प्राथमिकता के आधार पर की गई थी। सूत्रों ने बताया कि अब नया स्टॉक मिलने के बाद ही अगली मांग पूरी की जा सकती है।

    रेमडेसिविर की हो जल्द आपूर्ति, सचिन ठाकरे की डीएम से मांग

    उधर, देवलाली छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सचिन ठाकरे अब देवलाली में बढ़ते हुए कोरोना को लेकर हरकत में आ चुके हैं। देवलाली छावनी परिषद के अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मात्रा खत्म हो चुकी है। परिषद अधिकारी एवं डॉक्टर्स रोजाना ई-मेल द्वारा 30 इंजेक्शन की मांग कर रहे लेकिन 15 अप्रैल से आपूर्ति न किए जाने की वजह से लोग परेशान हैं। ठाकरे ने डीएम को पत्र द्वारा इंजेक्शन तुरंत उपलब्ध कराने की मांग की है। कहा कि गांव और आसपास के इलाकों में मरीज़ों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसके लिए रेमडेसिविर की अधिक जरूरत पड़ रही है लेकिन पर्याप्त मात्रा में इंजेक्शन की आपूर्ति न होने के कारण मरीजों की स्थिति खराब होती जा रही है।