ED enforcement officer and associate arrested for taking bribe
प्रतीकात्मक फोटो File Photo

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    नाशिक. घूसखोर (Bribe) लोकसेवकों को पकड़ने में नाशिक (Nashik) विभाग राज्य में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। पुणे (Pune) के बाद 100 घूसखोरों को पकड़ने में नाशिक विभाग को सफलता मिली है। पिछले साल जिले में 9 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वतखोरी के मामले में रिश्वत प्रतिबंधक विभाग ने गिरफ्तार (Arrested) किया तो इस साल 3 घूसखोर पुलिस को दल ने रंगेहाथ पकड़ा। राजस्व विभाग के 8 घूसखोरों पर कार्रवाई की गई। 

    राजस्व और पुलिस विभाग रिश्वतखोरों में सबसे आगे होने की बात अब स्पष्ट हो गई है। सरकारी कार्यालयों में आम नागरिकों को उनके विविध कार्यों के लिए परेशान कर खुलेआम रिश्वत मांगने की घटना दिन-ब- दिन बढ़ती जा रही है। उत्तर महाराष्ट्र में इस साल 133 घूसखोर लोकसेवक रिश्वत प्रतिबंधक विभाग के हाथ लगे हैं, जिसमें नाशिक जिले के 9 पुलिस तो नाशिक परिक्षेत्र के कुल 24 तृतीय श्रेणी के कर्मचारी है। 

    तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों का प्रतिशत अधिक

    नाशिक परिक्षेत्र के नाशिक, अहमदनगर, धुलिया, नंदुरबार, जलगांव इन पांच जिलों में 2020 में रिश्वत प्रतिबंधक विभाग के जाल में फंसे घूसखोर लोकसेवकों में तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों का प्रतिशत अधिक है। 5 जिले के 76 तृतीय श्रेणी के कर्मचारी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े गए। प्रथम श्रेणी के 9, द्वितीय श्रेणी के 13 तो चतुर्थ श्रेणी के 3 कर्मचारी घूसखोर होने की बात स्पष्ट हुई। कोरोना का परिणाम रिश्वतखोरी की शिकायतों पर पिछले साल हुआ। फिर भी 100 घूसखोरों को नाशिक परिक्षेत्र से पकड़ा गया। नाशिक यूनिट ने कृषि विभाग के श्रेणी 1, प्रदूषण मंडल के श्रेणी 1 और 2, गृह विभाग से संबंधित श्रेणी 1 के अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। 

    राजस्व और पुलिस विभाग में घूसखोरी का प्रतिशत सबसे अधिक 

    नाशिक परिक्षेत्र में राजस्व और पुलिस विभाग में घूसखोरी का प्रतिशत सबसे अधिक है। पुलिस को विविध कारणों में शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग कर उसे स्वीकारते हुए रिश्वत प्रतिबंधक विभाग ने पकड़ा। साथ ही नाशिक परिक्षेत्र में राजस्व विभाग के कुल 26 कर्मचारी रिश्वत लेते हुए पकड़े गए। नाशिक रिश्वत प्रतिबंधक विभाग के अधीक्षक सुनील कडासने ने रिश्वतखोरी को खत्म करने के लिए एक पहल करते हुए नागरिक और शिकायतकर्ताओं केा दमदार कार्रवाई कर भरोसा दिलाया है। परिणामस्वरूप नाशिक विभाग में शिकायतदार शिकायत के लिए विभाग तक पहुंच रहे हैं। कार्रवाई सफल होने का प्रतिशत भी बढ़ गया है।

    विभाग निहाय सफल हुई कार्रवाई के आंकड़े

    • पुणे-134
    • नाशिक-103
    • औरंगाबाद-88
    • नागपुर-71
    • अमरावती-78
    • नांदेड-67
    • ठाणे -43
    • मुंबई -21