कोरोना के खिलाफ जंग में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही सेविकाएं

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    नाशिक. कोरोना (Corona) के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपायों के तहत, नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) आंगनबाड़ी परियोजना पर काम करने वाले 6 विभागों के 550 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सेविकाओं ने नाशिक महानगरपालिका के प्रतिबंधित क्षेत्रों, मलिन बस्तियों और अन्य आवासीय क्षेत्रों में जाकर निरीक्षण किया। साथ ही निवासी क्षेत्रों में चिकित्सा विभाग की टीम के साथ घर-घर जाकर कोरोना संक्रमित मरीजों का सर्वेक्षण (Survey) और जागरूक (Aware) करने का काम भी किया जा रहा है। यह जानकारी उपायुक्त अर्चना तांबे ने दी।

    उन्होंने बताया कि मनपा की आंगनबाड़ी सेविकाएं, सहायिका और आशा कर्मचारी कोरोना संक्रमण से बचने के लिए आम लोगों को जागरूक कर रही हैं। इसके साथ ही जो मरीज होम क्वारंटाइन हैं, उन्हें घर-घर जाकर संबंधित जानकारी दे रही हैं। कोविड 19 से पीड़ित के संपर्क में आए हाई रिस्क और लो रिस्क वाले रिश्तेदारों और नागरिकों को ढूंढकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जा रही है। कोरोना के होम क्वारंटाइन मरीज और उनके संपर्क में आए रिश्तेदारों के हाथों पर होम क्वारंटाइन की तारीख के साथ उनके हाथ पर मुहर लगाया जा रहा है।

    मरीजों के घर लगाया जा रहा स्टैंप

    उन्होंने बताया कि सेविकाओं द्वारा मरीज के घर पर होम क्वारंटाइन के स्टैंप लगाना, क्वारंटाइन हुए मरीजों की नियमित जांच करके आवश्यकता के अनुसार पीएचसी केंद्र पर मरीजों को दवाई उपलब्ध कराना, कोविड टीकाकरण केंद्र पर स्वास्थ कर्मचारियों को मदद करना जैसे नागरिकों को सामाजिक अंतर पर खड़ा करना, टीकाकरण होने के बाद नागरिकों को आधा घंटा प्रतिक्षा कक्ष में रखना और उनके स्वास्थ्य की जांच करना जैसे काम उनके जिम्मे दिए गए हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि नाशिक मनपा सर्वेक्षण पथक के कर्मचारियों को जरुरी जानकारी देकर मनपा की सहायता करें जिससे कोविड-19 के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए जरूरी योजनाएं बनाने में प्रशासन को कठिनाई नहीं होगी।