शिरपुर शक्कर कारखाना शुरू हो, नागरी हक आघाड़ी ने की मांग

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शिरपुर. कई वर्षों से बंद शिरपुर सहकारी शेतकरी शुगर मिल को ‘आत्मनिर्भर’ योजना के तहत शुरू किए जाने की मांग तहसील नागरी हक समिति ने तहसीलदार से की है. तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि किसानों की आर्थिक स्थिति की मजबूती में सहायक शुगर मिल 2011 से बंद है. इससे पहले कई संगठनों ने एवं नेताओं के प्रयासों के बावजूद शुरू नहीं हो सका. 1985 से शुरू ये शुगर मिल 2011 से बंद हो गई. हालांकि कर्ज के चलते जिला सहकारी बैंक ने मिल को जब्त किया था. किंतु मिल शुरू होने के लिहाज से फिलहाल संचालक मंडल के कब्जे में है. कब्जा मिलने के बावजूद मिल शुरू कराने को लेकर किसी ने किसी तरह की हलचल नहीं की.

किसानों को जुड़ा है हित

किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए आत्मनिर्भर योजना के तहत मिल पर प्रशासक नियुक्त कर तुरंत मिल शुरू करने की मांग की गई है. इस वक्त शिरपुर तहसील नागरिक आघाड़ी के संयोजक हेमराज राजपूत, शिवसेना के भरत राजपूत, ईश्वर बोरसे, शिरीष पाटिल, शाम पाटिल, मुन्ना पाटिल, प्रदीप चौहान, मुकुंद काकडे, दीपक पवार, प्रमोद राठौड़, दिलवर राजपूत, राजेंद्र देवरे, डैनी चांदे, पप्पू पावरा, विश्वास बोरसे, चेतन पाटिल आदि उपस्थित थे.