शिरपुर में सोफिया दवा का छिड़काव

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शिरपुर. धुलिया जिले में कोरोना से सबसे प्रभावित तहसील शिरपुर में तहसीलदार आबा महाजन ने आमोदा के सारंगेश्वर महादेव मंदिर से सोफिया दवा का छिड़काव कर अभियान की शुरुआत की. इस वक्त बड़ी संख्या में स्वास्थ्य टीम, नागरिक उपस्थित थे. 

कड़े लाकडाउन से मिली सफलता

कार्यक्रम के समापन के पहले लोगों ने मंदिर प्रांगण में वृक्षारोपण किया गया.  तहसीलदार महाजन ने अमोदे गांव की सराहना करते हुए कहा कि गांव में चार महीने पहले एकमात्र कोरोना मरीज मिला था. इसके बाद आज तक नया मरीज नहीं मिला. इसका मुख्य  कारण गांव की एकता व कड़ा लॉकडाउन है. सेफिया दवा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना मरीज रहें या ना रहें फिर भी हर गांव में उक्त दवा का छिटकाव करना जरूरी है.

दवा का शरीर पर दुष्परिणाम नहीं

दवा का शरीर पर दुष्परिणाम नहीं दवा का मानव शरीर पर कोई दुष्परिणाम नहीं होता. ग्राम पंचायत, नगर निगम में सस्ते दामों में दवा उपलब्ध है. वहीं सेफिया दवा का असर सात से इक्कीस दिन तक रहता है. इस वक्त डॉ. संजय रूद्रे ने भी सेफिया दवा के बारे में बताया कि बाएं पैर के अंगूठे को सोने से पहले दो बूंद लगाकर सोना चाहिए. डॉ. अकील नोमानी ने भी अपने विचार रखा. इस वक्त सरपंच जगदीश देशमुख, डॉ. योगेश जाधव, डॉ. पीतांबर दिघोरे, गांव के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम की सफलता के लिए रणजीत देशमुख,  देशमुख आदि ने कड़ी मेहनत की.