साक्री तहसील में धीमी पड़ी कोरोना की गति

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1 माह से नहीं मिले संदिग्ध मरीज

तहसीलवासियों ने ली राहत की सांस

साक्री. साक्री शहर व परिसर में तेजी से कोरोना प्रकोप से मुक्ति की ओर बढ़ रहा है. क्योंकि ग्राम धमनार का वयस्क किसान की कोरोना से मौत हो गयी थी और पिंपलनेर परिसर के अलावा पूरे तहसील में विगत महीने भर से कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं मिला है, न ही सरकारी ग्रामीण अस्पताल में जांच हेतु आया है. तहसील में स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में फिलहाल कोई मरीज नहीं है. साक्री तहसील क्षेत्र में विगत पखवाड़े पश्चिमी पट्टे के हिस्से से अचानक कोरोना संक्रमित निकलना शुरू हो गए थे, जिसके चलते ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना ने दस्तक दे दी थी. जिससे प्रशासन के साथ ग्रामीणों में हड़कंप मच गया था. दो हफ्ते पहले पिंपलनेर शहर में नव विवाहिता महिला पाजिटिव पाई गई थी. इस महिला ने धुलिया के अस्पताल में उपचार लेकर कोरोना को हरा दिया. पिंपलनेर के महावीर भवन के निकट अपने घर वापसी पर महिला के परिजनों समेत स्वास्थ्यकर्मी,राजस्व अधिकारी और शहरवासियों ने फूल बरसा कर जोरदार स्वागत किया.

 पाजिटिव महिला मिलने से मचा था हड़कंप

28 वर्षीय नव विवाहिता को पाजिटिव पाए जाने के बाद हीरे मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया था. जहां 11 दिन इलाज करने के उपरांत  जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद शुक्रवार को महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. मुंबई के कांदिवली-बोईसर में पिंपलनेर की ये नवविवाहिता दो महीने से लाक डाउन के चलते अटक गई थी. अब 14 दिन क्वारन्टाइन रहने की सलाह दी गई है.पिंपलनेर के निकट ग्राम बल्हाने के सभी संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर वापसी कर चुके हैं. शहर में अब कोई मरीज नहीं है.

शहरवासियों में खुशी की लहर

कोरोनामुक्त होते ही शहरवासियों में खुशी का माहौल है. ग्राम धमनार के वयस्क के घर शादी थी, जिसमें नाशिक के कुछ परिजन शामिल हुए थे. उसके बाद वे कोरोना संक्रमित पाए गए. विगत दो हफ्ते से इलाज के बाद भी उनको नहीं बचाया जा सका. शेष परिजन जांच में निगेटिव पाए गए थे.साक्री शहर में लाक डाउन पूरी तरह से खुल गया है.

बाजार में फिर लौटी रौनक

 दुकानें व व्यवसायी प्रतिष्ठान शाम को छह बजे तक बंद हो जाते हैं. जिससे बाजारों में एक बार फिर से रौनक लौट आई है. दिन भर सड़कों पर खरीदारी के वक्त दुकानों में होनेवाली भीड़ विगत हफ्ते के मुकाबले सामान्य हो गई है. सरकारी ग्रामीण अस्पताल में विगत महीने भर से कोई भी अपनी कोरोना सदृश्य अस्वास्थ्य की शिकायत लेकर नहीं आया है. डा. भारत गोहिल ने बताया कि  अस्पताल का काम सुचारु और अन्य शिकायतें लेकर आनेवाले मरीजों के लिए सामान्य रूप से शुरू हो गया है.