चीनी पटाखों की बिक्री और भंडारण पर कड़ा प्रतिबंध

  • सुरक्षित दिवाली मनाने का राज्य सरकार का आह्वान

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नाशिक. विदेशी पटाखों की बिक्री और भंडारण पर भारत में प्रतिबंध है. हर साल दीवाली के दौरान चीनी निर्मित पटाखे बाजार में आते हैं. राज्य सरकार ने संबंधित एजेंसियों को इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. केंद्र सरकार ने विदेशों से पटाखों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. विदेशी पटाखों को विदेश व्यापार महानिदेशक (DGFT) की अनुमति के बिना आयात नहीं किया जा सकता है. कई सालों से DGFT ने विदेशी पटाखों के आयात की अनुमति नहीं दी है. इस बात की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है कि पटाखे किस देश से आयात किए गए हैं. घरेलू बाजार में अभी भी विदेशी पटाखों की बिक्री हो रही है.

ये पटाखे अनाधिकृत तरीके से बाजार में लाए जा रहे हैं. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने राज्य सरकार को राज्य के पुलिस महानिदेशक, सभी जिला कलेक्टरों, मनपा आयुक्तों, पुलिस अधीक्षकों आदि को निर्देश जारी किए हैं कि वे अनधिकृत विदेशी पटाखों की स्टॉकिंग और बिक्री को रोकें. इसके अनुसार, सरकार ने संबंधित एजेंसियों को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. संबंधित एजेंसियों को विदेशी पटाखों के भंडारण, बिक्री और वितरण को रोकने के लिए सतर्क रहना चाहिए. ऐसा होने पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. यह सुझाव दिया गया है कि पटाखों की बिक्री की दुकानों का व्यापक निरीक्षण करके निवारक उपाय किए जाएं.

कुछ ई-कॉमर्स कंपनियों के माध्यम से ऑनलाइन पटाखे बेचे जाने की की बात भी सामने आ रही है. कुछ युवा सोशल मीडिया के माध्यम से ग्राहक के आदेशों को पंजीकृत करके घर-घर पटाखे बेचते हैं. ऐसी अनधिकृत बिक्री के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. विदेशी पटाखों के साथ-साथ अवैध रूप से उत्पादित पटाखों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया गया है और ऐसा करते पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.

चीनी पटाखों पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार ही पटाखों की बिक्री की अनुमति है. विस्फोटक के रूप में पटाखों को घर में बेचने की अनुमति नहीं है. प्रमाणित पटाखे केवल अधिकृत व्यापारियों से खरीदे जाने की ही अनुमति है. 

-जय प्रकाश जातेगांवकर, अध्यक्ष, नाशिक जिला आतिशबाज़ी बिक्री संघ