नाशिक में नहीं आ सका सुनील झंवर, धुलिया लौटा

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नाशिक. भाईचंद हीराचंद रायसोनी मल्टीस्टेट को-ऑप. सोसायटी के वित्तीय घोटाले के संदिग्ध आरोपी सुनील झंवर का नाशिक में शरण लेकर बचने का प्रयास सफल नहीं रहा है. नाशिक आने के लिए निकले झंवर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सुबह ही से पूरी तैयारी शुरू कर दी थी.  झंवर को धुलिया से ही लौट जाना पड़ा. पुणे और जलगांव पुलिस एक साथ झंवर की तलाश कर रही है.

 बीएचआर सोसाइटी मामले में पुलिस रडार पर है सुनील झंवर

पुणे आर्थिक अपराध शाखा ने सुनील झंवर और कुछ अन्य व्यापारियों को बीएचआर सोसाइटी मामले में रडार पर रखा है. पुलिस जांच में पाया गया है कि यह गिरोह सस्ते में उधारकर्ता की संपत्ति खरीदने और जमाकर्ताओं को कम पैसे देने में शामिल था. इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 6 फरार हैं. सुनील झंवर संदिग्ध हैं. पुणे आर्थिक क्राइम ब्रांच झंवर अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है. सूत्रों के मुताबिक झंवर शरण लेने के लिए शनिवार रात को नाशिक के लिए रवाना हुआ था. पुणे पुलिस ने तुरंत इसकी जानकारी नाशिक ग्रामीण पुलिस को दी. झंवर पूर्व नाशिक जिला पालक मंत्री गिरीश महाजन का करीबी है और नाशिक के भाजपा पदाधिकारियों के साथ उसके सीधे संबंध हैं. उसी को ध्यान में रखते हुए नाशिक ग्रामीण पुलिस ने तड़के के समय से ही उन जग्हों पर नाका बंदी लगा दी थी, जहां सुबह सुबह झंवर पहुंच सकता था.

पहले यह बताया गया था कि नाकाबंदी शहर के बाहर है. बाद में पता चला की बंदोबस्त शहर के भीतरी इलाकों में लगाया गया था. झंवर ने धुलिया से ही अपना मार्ग बदल दिया और जलगांव की ओर लौट गया. ग्रामीण पुलिस ने तुरंत पुणे पुलिस को सूचित किया कि उसके नाशिक आने की संभावना कम हो रही है. इसके अनुसार पुणे और जलगांव पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी. रविवार शाम तक उसके ठिकाने का पता नहीं चला था.