‘उभारी’ से हुआ 541 आत्महत्या पीड़ित किसान परिवार का सर्वेक्षण

  • विभागीय आयुक्त गमे ने दी जानकारी

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नाशिक. विभागीय आयुक्त राधाकृष्ण गमे ने कहा कि उत्तर महाराष्ट्र के नाशिक, धुलिया, जलगांव, अहमदनगर, नंदुरबार जिले के आत्महत्या पीड़ित किसान परिवार को समाज की मुख्य प्रवाह में लाने के लिए और उन्हें अलग-अलग सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए ‘उभारी’ नामक उपक्रम शुरू किया गया है.

इससे आत्महत्या पीड़ित किसान परिवार आत्मनिर्भर होगा. वे विभागीय सूचना कार्यालय में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे. गमे ने आगे कहा कि नाशिक विभाग में जिन किसानों ने आत्महत्या की है, उसके परिवार की स्थिति भयावह होती है. ऐसे में यह परिवार कैसे जीता है? जिसका जायजा ‘उभारी’ के माध्यम लिया जाएगा.

विभाग के 5 जिलों के कुल 1 हजार 347 परिवार का सर्वेक्षण किया जा रहा है. अब तक 541 परिवारों से अधिकारी-कर्मचारियों ने मिलकर जानकारी हासिल की है. इसके तहत कुंआ, कुंआ के लिए बिजली कनेक्शन, बच्चों की शिक्षा, शादी, जमीन विवाद आदि समस्या इन परिवारों को सता रही है. उन्हें हल करने के लिए विभाग स्तर पर सभी जिलाधिकारी प्रयास कर उन्हें ‘उभारी’ के माध्यम से विविध योजनाओं का लाभ देंगे.