नाशिक. कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) का प्रभाव अब कम हो गया है, लेकिन तीसरी संभावित लहर छोटे बच्चों के लिए खतरनाक बताई जा रही है, इसलिए जिले में उनके लिए दो-स्तरीय कोविड मरीजों (Covid Patients) के लिए अस्पतालों की योजना बनाई जा रही है, इन में चाइल्ड कोविड केयर अस्पताल (Child Covid Care Hospital) और उच्च निर्भरता अस्पतालों का समावेश रहेगा।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण राज्यमंत्री और जिला संरक्षक मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि माता-पिता को भी ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चे कोरोना की संभावित तीसरी लहर से प्रभावित न हों। वह कलेक्ट्रेट के सेंट्रल हॉल में वर्तमान स्थिति उपायों और पोस्ट-कोरोना रोगों पर समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
62 नई ऑक्सीजन परियोजनाएं हो रहीं स्थापित
उन्होंने कहा कि जिले में ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। साथ ही, जिले के विभिन्न हिस्सों में स्थायी ऑक्सीजन आपूर्ति प्रदान करने के लिए 62 नई ऑक्सीजन परियोजनाएं स्थापित की जा रही हैं। इस स्थिति में मरीजों की घटती संख्या को देखते हुए मरीजों की ऑक्सीजन की खपत कुछ हद तक कम हो गई है, उद्योगों को उनकी आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति करने का प्रयास किया जाना चाहिए। ‘ब्रेक द चेन’ के तहत लगाए गए सभी लेवल-3 के प्रतिबंध हमेशा लागू रहेंगे। मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि शनिवार और रविवार को 50 लोगों की उपस्थिति में शाम 4 बजे तक शादी समारोह की अनुमति है। बैठक के दौरान जिलाधिकारी सूरज मांढरे, मनपा आयुक्त कैलाश जाधव, जिला परिषद की मुख्य कार्यपालन अधिकारी लीना बनसोड़ ने अपने क्षेत्र में किये गये कार्यों की जानकारी अभिभावक मंत्री को दी।
बैठक में मौजूद रहे आलाधिकारी
बैठक में पुलिस आयुक्त दीपक पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक सचिन पाटील, जिला शल्य चिकित्सक डॉ। अशोक थोरात, जिला स्वास्थ अधिकारी डॉ। कपिल आहेर, महानगरपालिका के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बापूसाहब नागरगोजे, निवासी उप जिला अधिकारी भागवत डोईफोडे, उप जिला अधिकारी वासंती माली, निलेश श्रींगी, निवासी चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रशांत खैरे, चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनंत पवार, डॉ. निखिल सैदाणे, डॉ. आवेश पल्लोड, डॉ. उत्कर्ष आदि उपस्थित रहे।