चौक का आकर्षण होगा टैंक, भारत-पाक युद्ध में हुआ था इस्तेमाल

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नाशिक. भारत-पाक युद्ध में उपयोग में लाया गया टैंक शहर में लेखानगर चौक के सौंदर्यीकरण में एक विशेष आकर्षण होगा. यह टैंक भारत-पाकिस्तान युद्ध से संबंधित है. पिछले दिनों ही इस टी -55 टैंक को नाशिक मनपा को सौंपने की मंजूरी दी गई थी.

 यह टैंक सिडको के शिवाजी चौक इलाके में लाया गया है. मनपा पार्षद प्रवीण तिदमे ने बताया कि जल्द ही लेखानगर में चौक का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और टैंक को वहां रखा जाएगा. 

नगरसेवक तिदमे का प्रयास सफल

भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सेना के कब्जे में रहे टी-55 टैंक को सौंपने के लिए नाशिक मनपा को मंजूरी दी गई थी. पिछले डेढ़ साल से कॉर्पोरेटर तिदमे इस टैंक को नाशिक लाने की कोशिश कर रहे थे. टैंक आखिरकार आ गया है और वर्तमान में पुराने सिडको में राजे छत्रपति जिम्नेजियम के सामने खुले स्थान में रखा गया है. इस टैंक की पूजा नगरसेवक तिदमे, चित्रकार शिशिर शिंदे, बिल्डर सुमित पाटिल, नगरपालिका इंजीनियर रवि बागुल द्वारा की गई. 

40 साल दी है भारतीय सेना में सेवा

T-55 ने 1971 के युद्ध में 58 पाकिस्तानी टैंकों को नष्ट कर दिया था. 1960 और 1980 के बीच, टैंक ने सीमा पर पाकिस्तानी सेना में आतंक मचा दिया था. यह टैंक 40 वर्षों तक भारतीय सेना में कार्यरत था. पिछले डेढ़ साल से, एक ही वार्ड के नगरसेवकों के बीच लेखानगर में टैंक का निर्माण  विवाद और पत्राचार का विषय रहा. इससे पहले, यह काम एक बिल्डर के सीआरएस फंड से किया जाना था, लेकिन विवाद बढ़ने पर, कॉर्पोरेटर तिदमे ने अपने फंड से टैंक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है.