11.16 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य, अच्छी बारिश होते ही शुरू हो जाएगा पौधरोपण

    Loading

    नाशिक. बारिश का आगमन समय से पहले होने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की थी, लेकिन जिले में अब तक पर्याप्त बारिश (Rain) नहीं हुई है। इसके चलते सामाजिक वनीकरण विभाग के 11 लाख पौधरोपण (Plantation) की प्रक्रिया ठप हो गई है, हालांकि विभाग ने पौधरोपण को लेकर सभी तैयारी पूर्ण कर ली है। पिछले साल महामारी के चलते सामाजिक वनीकरण विभाग और प्रादेशिक वन विभाग द्वारा पौधरोपण नहीं किया गया था। 

    इस साल सामाजिक वनीकरण विभाग ने नाशिक जिले (Nashik District) में 11 लाख 16 हजार पौधरोपण करने का लक्ष्य तय किया है। 10 जून के बाद पौधरोपण की शुभारम्भ होने वाला था, लेकिन जोरदार बारिश न होने से पौधरोपण की प्रक्रिया थम गयी है। आम, सागवान, बांबू, जामुन, नीम, आंवला, फणस सहित 28 प्रकार के विविध जाति के पौधे अकेले सामाजिक वनीकरण विभाग द्वारा लगाए जाने वाले है।

    नर्सरी से लिया जाएगा पौधा

    बताया जा रहा है कि पौधरोपण किए जाने वाले पौधों की प्रजाति अधिक ऑक्सीजन देती है। साथ ही पक्षी सहित अन्य जीव और स्थिति के लिए वह पोषक होते हैं। गट रोपण सहित हरित टेकडी और सड़कों के दोनों तरफ पौधारोपण किया जाएगा। सामाजिक वनीकरण के कलवण, दिंडोंरी, येवला, इगतपुरी, मालेगांव यहां की नर्सरी से पौधों की आपूर्ति की जाएगी। प्रादेशिक वन विभाग के गंगापुर, हरसूल, नांदगांव इन नर्सरी से नाशिक जिले के विविध क्षेत्र में सामाजिक वनीकरण पौधे लेकर पौधरोपण करने वाले हैं।

    इन क्षेत्रों में किया जाएगा पौधरोपण

    देवला 75 हजार 590, इगतपुरी 1 लाख 44 हजार 216, नाशिक 1 लाख 11 हजार 718, सिन्नर 74 हजार 428, निफाड़ 77 हजार 732, येवला 34 हजार 100, नांदगाव 29 हजार 700, चांदवड़ 6 हजार 110, मालेगांव 24 हजार 442, बागलाण 2 लाख 1 हजार 446, दिंडोरी 1 लाख 12 हजार 436, पेठ 30 हजार 800, कलवण 1 लाख 19 हजार 510, सुरगाणा 22 हजार, त्र्यंबकेश्वर 42 हजार 900 ऐसे कुल 11 लाख 16 हजार विविध जाति के पौधों का रोपण किया जाएगा। सामाजिक वनीकरण विभाग ने पौधारोपण के लिए अपनी तैयारी पूर्ण की है। अब उन्हें झमाझम बारिश का इंतजार है।

    जिले के लगभग सभी क्षेत्र में पौधरोपण किया जाएगा, लेकिन झमाझम बारिश न होने से पौधरोपण अभियान शुरू नहीं हो पाया है। येवला, सटाणा, कलवण, त्र्यंबकेश्वर में कुछ मात्रा में पौधरोपण किया गया है, लेकिन बारिश न होने से वहां पर भी पौधरोपण अभियान रोक दिया है। जोरदार बारिश शुरू होते ही पूरी क्षमता के साथ पौधरोपण अभियान शुरू किया जाएगा।

    -सी. डी. भारमल, विभागीय वन अधिकारी, सामाजिक वनीकरण विभाग