Target to build 750 kitchen gardens in Shindkheda tehsil

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    शिंदखेडा. महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 15 जून से 15 जुलाई तक पूरे महाराष्ट्र में ‘मेरा पोषण उद्यान विकास’ अभियान शुरू किया गया है। कोविड-19 (Covid-19) की पृष्ठभूमि में हर जगह लॉकडाउन (Lockdown) है इसलिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लेनदेन ठप है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण की समस्या गंभीर हो गई है। 

    शिदखेड़ा तहसील (Shidkheda tehsil) में ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने एक किचन गार्डन (Kitchen Garden) बनाने की पहल की है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों, किशोरियों, गर्भवती माताओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को अपने आहार से विभिन्न पोषक तत्व मिल सकें।

    हर दिन मिलेगी अलग-अलग सब्जी

    तहसील में कुल 750 किचन गार्डन बनाने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है और इसे इस साल तिरंगा और प्रेरणा ग्राम संघ में भाग लेने वाले 53 समूहों के माध्यम से शुरू किया गया था। इस किचन गार्डन में 14 चरण में हैं। इनमें शुरुआत के 7 टुकड़ों में सब्जियां और अगले 7 चरणों में फलदार और बेल पर लगने वाली सब्जियां लगाकर परिवार को हर दिन अलग-अलग सब्जी इस किचन गार्डन से मिलेगी, इस बाग में पूरे साल सब्जियां उगाई जाएंगी।

    किचन गार्डन डेमो बनाकर दिया जाएगा प्रशिक्षण

    परिवार के लोगों को पूरे साल पोषक सब्जियां प्राप्त हो सकेंगी। इसके पीछे यही मकसद है। इसके लिए जिला स्तर से कृतिसंगम विभाग के तहत समय-समय पर मार्गदर्शन दिया जा रहा है। पोषण पारसबाग के निर्माण के लिए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वनमति सी, परियोजना निदेशक शबालासाहब मोहन, जिला अभियान प्रबंधक धराने, कृति संगम प्रबंधक जितेंद्र चौधरी का समय-समय पर मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। तहसील अभियान प्रबंधक राजेंद्र पाटिल, तहसील प्रबंधक रवींद्र गांगुर्डे, वार्ड समन्वयक छगन पराडके, ग्राम संघ के पदाधिकारियों के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में, वार्ड के सभी सामुदायिक संसाधन व्यक्ति, कृति संगम संसाधन व्यक्ति, कृषि सखी ने निर्माण में भाग लिया। किचन गार्डन डेमो बनाकर किचन गार्डन बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।