Terror of Leopards in Nashik Relentless efforts of Forest Department 2 leopards caught in 2 days

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    नाशिक. जिले में तेंदुओं (Leopards) की बड़ी दहशत फैली हुई है। सूत्रों के अनुसार पिछले 2 दिनों में निफाड़ तहसील (Niphad Tehsil) के जलगांव (Jalgaon) में वन विभाग (Forest Department) द्वारा स्थापित एक पिंजरे में 2 तेंदुओं को पकड़ा गया है। इससे कराड और निफड़कर के नागरिकों ने राहत की सांस ली है। निफाड़ तहसील के जलगांव में निफाड़ पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष (Former President) सुभाष कराड (Subhash Karad) पर एक तेंदुए ने हमला किया जब वह अपने खेत की सिंचाई करने गए थे। खुद को जैसे तैसे तेंदुए के चुंगल से छुड़ा कर कराड भाग निकले।

    इस बीच जब वन विभाग को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने कराड के खेत में तेंदुओं को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया। डेढ़ से दो साल के दो तेंदुओं को बुधवार रात और एक को गुरुवार की रात पकड़ लिया गया। बुधवार को पकड़ा गया तेंदुआ नर है, जबकि गुरुवार को पकड़ा गया तेंदुआ मादा है। पशु चिकित्सा अधिकारियों द्वारा जांच के बाद तेंदुओं को वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा। नाशिक जिले के सुरगाणा तहसील में तेंदुओं की धमाचौकडी जोरों पर है। अमझर के किसान चिंतामन वाघमारे की 13 बकरियों को तेंदुए ने मार डाला है। क्षेत्र के नागरिकों में भय का माहौल है।

    गांव के पास एक तेंदुए ने बकरियों पर हमला कर दिया। उस हमले में 13 बकरियों की मौत हो गई थी। गाँव के पास जंगल होने के कारण तेंदुआ लगातार वहां घूमता रहता था। इससे नागरिकों में भय का माहौल है। ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग क्षेत्र में पिंजरा लगाया जाए। नाशिक शहर और आसपास के तहसीलों में तेंदुओं का लगातार आतंक जारी है। हर महीने तेंदुए के हमलों की खबरें आती रहती हैं। तेंदुओं की आबादी बढ़ती जा रही है। अब नागरिकों को परेशानी हो रही है और वे वन विभाग से आश्वस्त करने वाले कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।