राजपाल आहिरे
देवला. देवला-चांदवड़ (Devla-Chandwad) के भाजपा विधायक (BJP MLA) डॉ. राहुल आहेर (Dr. Rahul Aher) ने कहा, केवल शब्दों की बौछार करने वाले ठाकरे सरकार (Thackeray Government) ने किसानों (Farmers) को फंसाने में ओर एक कदम आगे बढ़ाया है। अतिवृष्टी और तूफान जैसे संकट में पहले से ही फंसे किसानों को मदद करने के बजाए पार्टी का प्रचार और प्रसार करने के लिए विज्ञापन पर 160 करोड़ रुपए का खर्च ठाकरे सरकार ने किया। दै. नवभारत के प्रतिनिधी से बातचित करते समय उन्होंने यह आरोप लगाया।
डॉ. आहेर ने आगे कहा, मुख्यमंत्री ठाकरे ने राज्य के संकटग्रस्त किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा विधिमंडल में की, जिसे देढ़ वर्ष होने के बाद भी किसानों का कर्ज माफ़ नहीं हुआ है। झुटे विज्ञापन पर 160 करोड़ रुपए खर्च किए। इस रकम का उपयोग कर्ज माफ़ के लिए किया होता तो संकटग्रस्त किसानों को राहत मिलती। किसानों के खेत खलियान में जाकर कर्जमुक्त की घोषणा ठाकरे ने की थी। प्रत्यक्ष में बिजली का दाम बढ़ाकर किसानों को परेशान किया। फसल बीमा प्रकरण में भी बिमा कंपनी के साथ सांठ-गांठ कर किसानों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है।
राज्य के देढ़ लाख किसान परिवार को इस धोखाधड़ी से नुकसान हुआ है। ऐसा होने के बाद भीठाकरे सरकार केवल निरीक्षण दौरा के नाम पर मर्सिडीझ से पर्यटन करने में व्यस्त है। कर्ज लेने वाले किसानों केा दो लाख रुपए की कर्ज माफ़ी और नियमित कर्ज वापस करने वाले किसानों को 50 हजार रुपए तक लाभ देने की घोषणा दिसंबर 2019 में मुख्यमंत्री ठाकरे ने की थी। इस पर कोई भी कार्यवाई नहीं की। उलटा तूफान और अतिवृष्टी जैसे संकट आने के बाद भी सरकार ने किसानों को मदद नहीं की। राज्य का सबसे धोखेबाज सरकार के रूप में ठाकरे सरकार का पंजीकरण इतिहास में होगा। फिरौती बाज और भ्रष्टाचार से राज्य की आर्थिक हालत खस्ता हो गई है। कोरोना का कारण बताकर नागरिकों को घरों में बंद कर खुद को बचाने का प्रयास ठाकरे सरकार कर रही है, जिसका अब भंडाफोड़ हुआ है।