मालेगांव. शहर के एक निजी कोविड अस्पताल (Private Covid Hospital) में बुधवार को ऑक्सीजन (Oxygen) आपातकाल घोषित किया गया। रात में 12 बजे तक केवल पर्याप्त ऑक्सीजन स्टॉक था, इसलिए हर जगह भीड़ थी। इस बीच, ऑक्सीजन की कमी के कारण एक अस्पताल (Hospital) में दो मरीजों की मौत (Deaths) के बारे में निजी चिकित्सा क्षेत्र में चर्चा चल रही थी।
घटना से जहां परिजनों में कोहराम मच गया वहीं, अस्पताल प्रशासन के भी हाथ पांव फूलने लगे। संयोग ही रहा की स्थिति सामान्य रही। अस्पताल प्रशासन ऑक्सीजन के लिए दौड़धूप करना शुरू कर दिया है।
निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म
मालेगांव में 15 से अधिक निजी कोविड अस्पताल हैं। लगभग 150 मरीज ऑक्सीजन बेड पर हैं। बुधवार शाम को ज्यादातर निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो गई थी। जिन अन्य अस्पतालों में अधिशेष स्टॉक था उन्होंने आपातकालीन राहत के रूप में एक दूसरे को 1 से 3 सिलेंडर दिए। यह कहा गया कि स्टॉक मध्यरात्रि 12 बजे तक पर्याप्त होगा। देर रात तक नाशिक से ऑक्सीजन सिलेंडर का ट्रक उपलब्ध किया जाना था। निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए कहा गया कि स्टॉक सुबह 4 बजे तक पर्याप्त होगा। इसके बाद अगर औरंगाबाद से उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेंडर की एक ट्रक सुबह 4 बजे तक समय पर आ जाती है, तो स्थिति बेहतर होने की संभावना है। इस बीच निजी ऑक्सीजन एजेंसी सिलेंडर को अस्थायी रूप से और आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराने के लिए संघर्ष कर रही थी।
अस्पताल में 103 कोविड मरीज हैं। उन्हें रोजाना 250 से 300 सिलेंडर की जरूरत होती है। वर्तमान में स्टॉक में केवल 90 जंबो सिलेंडर हैं। जो जल्द ही खत्म हो जाएंगे। उसके बाद ऑक्सीजन की कमी के कारण रोगियों को अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित करने की संभावना है। ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता के लिए प्रयास चल रहे हैं।
-डॉ. किशोर डांगे, चिकित्सा अधीक्षक, सामान्य अस्पताल, मालेगांव