चालीसगांव. घरेलू बिजली कनेक्शन का एस्टीमेट बनाकर देने के एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत स्वीकारने के मामले में नाशिक एंटी करप्शन ब्यूरो ने चालीस गांव में महाराष्ट्र बिजली वितरण विभाग के वरिष्ठ टेक्नीशियन संदीप हरी मुंडे (वासाडी, ता. कन्नड) और वेतनभोगी कर्मचारी अजय संजय पाटिल को गुरुवार की दोपहर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. बिजली विभाग के रिश्वत खोरों में इस दबिश से हड़कंप मच गया है.
नाशिक ब्यूरो से की शिकायत
एंटी करप्शन ब्यूरो नाशिक से जानकारी के अनुसार चालीसगांव शहर शिकायतकर्ता व्यक्ति ने घरेलू बिजली कनेक्शन आपूर्ति के लिए महावितरण कंपनी में आवेदन किया था. बिजली आपूर्ति के लिए कोटेशन की धनराशि जारी करने के एवज में वरिष्ठ तकनीशियन और उसके सहयोगी ने 5000 रिश्वत की मांग की. इस संबंध में उसने जलगांव एंटी करप्शन ब्यूरो पर विश्वास ना करते हुए नाशिक ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई. गुरुवार की दोपहर को शासकीय गवाहों के समक्ष वरिष्ठ टेक्नीशियन संदीप हरी मुंडे (वासाडी, ता. कन्नड) और वेतनभोगी कर्मचारी अजय संजय पाटिल (29, करगांव, ता.चालीसगांव) ने 5 हजार रुपये की रिश्वत स्वीकार की है.
इन्होंने की कार्रवाई
नाशिक एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पुलिस अधीक्षक सुनील कडासने, अपर अधीक्षक निलेश सोनवणे के मार्गदर्शन में प्रभाकर निकम व पुलिस निरीक्षक संदीप सालुंखे, नाईक वैभव देशमुख, नितिन कराड, चालक हवलदार संतोष गांगुर्डे आदि ने चालीसगांव के कमरा तीन में बिजली कंपनी के कार्यालय में रिश्वत लेते दोनों को गिरफ्तार किया है.