रेलवे के निजीकरण के विरोध में कर्मियों ने किया प्रदर्शन

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  • सरकार की गलत नीतियों से खड़ी हुईं समस्याएं 

भुसावल. सोमवार को ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन तथा सी आरएमएस के आह्वान पर भुसावल मंडल में काला फ़ीता लगाकर प्रदर्शन करते हुए कर्मियों ने केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया. उन्होंने कहा कि रेल के निगमीकरण अथवा निजीकरण करने से रेलवे का और कर्मियों का नुकसान होगा. इसे तुरंत निरस्त करने की मांग नारेबाजी करते हुए कर्मियों ने की है.

रेल बचाओ का बुलंद किया नारा

सोमवार को ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर भुसावल शाखा द्वारा एस बी पाटील के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों रेल कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. रेलवे कर्मियों ने केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों एवं रेलवे परिसंपत्तियों को निजी हाथों में बेचे जाने के विरोध में प्रदर्शन किया एवं रेल बचाओ देश बचाओ का नारा बुलंद किया.

कोरोना की आड़ में चल रहा खेल

पाटील ने बताया कि वर्तमान केंद्र सरकार इस कोरोना महामारी के आड़ में रेलवे को निजी करण का कुत्सित प्रयास कर रही है. इस मौके पर एसबी पाटील ने कहा कि वर्तमान भाजपा नीत सरकार ने अपने  कार्यकाल में भी इस तरह की कई योजनाओं को लागू करने का प्रयास किया था, परंतु रेल श्रमिक संगठनों के जोरदार विरोध एवं प्रदर्शन के कारण अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो पाई थी.

दायित्व से भागने की कोशिश

आज सरकार को पता है कि किसी भी बड़े धरना और प्रदर्शन की इजाजत नहीं होने के कारण कोई भी संगठन ऐसा आयोजन करने में असमर्थ है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार और पूर्ववर्ती सरकार की गलत नीतियों के कारण रेलवे के पास संसाधन की कमी होती जा रही है एवं अपने दायित्व का बोझ हटाने के लिए सभी तरह की सरकारी सेवाओं का निजीकरण करने जा रही है.

कुछ पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का प्रयास

निजीकरण के माध्यम से कुछ पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का कार्य कर रही है, जिन्होंने बीते लोकसभा चुनाव में उन्हें परोक्ष रूप में मदद पहुंचाई थी. इस अवसर पर शाखा के एस बी पाटील, नंदकिशोर उपाध्याय, युवराज पाटील, नागेश शुक्ला, शेख सलीम आदि मौजूद थे.