By नवभारत | Updated Date: Aug 14 2019 7:08PM |
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दिल्ली. जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 के कई खंड हटने के बाद आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अगला कदम अब कश्मीरी मुसलमानों को भारतीयता सिखाने का होना चाहिए. इंद्रेश राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक भी हैं.
संघ नेता ने कहा कि एक खास तरह का इस्लाम धर्म है, जो रमजान और ईद तक का सम्मान नहीं करता है. यह सिर्फ हिंसा फैलाता है. पुलवामा हमले ने इसे साफ कर दिया है. कश्मीरी मुस्लिमों को इस तरह के इस्लाम धर्म से दूर रहना चाहिए. देशभर के अन्य जगहों के मुसलमानों ने एक राष्ट्र, एक झंडा, एक संविधान और एक नागरिकता के सिद्धांत को स्वीकार किया है. और...अब यही तरीका है, जिससे घाटी का विकास हो सकता है.
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक ने कहा कि लद्दाख और कश्मीर घाटी के एक चौथाई लोग अनुच्छेद 370 के समाप्त होने से खुश हैं. कुल मिलाकर जम्मू-कश्मीर की लगभग दो-तिहाई आबादी इस अनुच्छेद के हटने से खुश है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम के बाद जम्मू-कश्मीर के पंडितों, डोगरों, सिखों, शिया मुसलमानों, गुर्जर और दलितों को न्याय मिला है.