By नवभारत | Updated Date: Nov 8 2019 9:44PM |
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अमरावती. महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले 25 वर्षों से हम साथ-साथ का नारा बुलंद कर रही शिवसेना-भाजपा के बीच तकरार युति टूटने की कगार पर पहुंच जाने को लेकर दोनों दलों के जिला व शहर पदाधिकारी तोल मोल के बोल रहे हैं हालांकि कहीं खुशी तो कहीं गम का भी वातावरण बना है.
पहले किसानों का करें विचार
युति तोड़ेंगे अथवा जोड़ेंगे यह वरिष्ठों का निर्णय है. महाराष्ट्र में जो किसानों की स्थिति हुई है. उनका विचार करते हुए आज की स्थिति में सरकार की शपथविधि होनी जरूरी है, लेकिन इस संदर्भ में वरिष्ठों ने ही जल्दी निर्णय लेना चाहिए-सुलभा खोडके, विधायक अमरावती
महाराष्ट्र के हित का रहेगा निर्णय
युति करना अथवा तोड़ना यह पार्टी प्रमुखों का अधिकार है. देश व राज्य हित में ही वे निर्णय लेंगे. इसलिए शिवसैनिकों को इतना विश्वास है कि वे जो भी निर्णय लेंगे. वह महाराष्ट्र के हित का रहेगा. शिवसैनिक महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री चाहता है. राज्य की जनता की भी यही इच्छा है-सुनील खराटे, जिलाप्रमुख शिवसेना
सकारात्मक निर्णय हो
महायुति तथा सरकार बनाने को लेकर उच्चस्तर पर चर्चाओं का दौर शुरू है. महायुति कायम रहकर देवेंद्र फडणवीस के अगुवाई में महाराष्ट्र में फिर से सरकार बने, यही स्थानीय कार्यकर्ताओं की इच्छा है. महाराष्ट्र के हित में निश्चित ही सकारात्मक निर्णय वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिया जाएगा, यह विश्वास है-जयंत डेहनकर, शहर अध्यक्ष, भाजपा
सत्ता का खेल खत्म करें
सत्ता का जो खेल शुरू है, यह देश के एक दर्जेदार व पुरोगामी महाराष्ट्र राज्य के लिए शोभनीय नहीं है. भाजपा-शिवसेना महायुति को राज्य की जनता सरकार बनाने के लिए मेंडेट दिया है. दोनों दलों ने सत्ता का यह खेल समाप्त कर जनता के हित में सरकार बनाने की दिशा में तत्काल कदम उठाना चाहिए. यदि वे सरकार नहीं बना रहे तो राज्यपाल उचित कदम उठाएंगे. जो कोई आघाड़ी सरकार बनाने आगे आकर बहुमत सिध्द करेगी, उसे राज्यपाल ने अवसर देना चाहिए-किशोर बोरकर, शहर अध्यक्ष, कांग्रेस
आफिशियल घोषणा नहीं, उम्मीद अब भी बाकी
युति तोड़ने की कोई आफिशियल घोषणा नहीं हुई है. उम्मीद अब भी शेष है. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के नेतृत्व में हमने साथ मिलकर चुनाव लड़ा है. एक-दूसरे के लिए काम किया है. फडणवीस ही फिर सीएम बनेंगे. उन्हीं के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा, ऐसा हमें विश्वास है-किरण पातुरकर, अध्यक्ष एमआईडीसी एसो.