मुंबई, शिवसेना नेत्री प्रियंका चतुर्वेदी और महारष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अनृता फडणवीस के बीच हुई जुबानीजंग का खामियाजा अब एक्सिस बैंक को भुगतना पड़ रहा है। ख़बरों
मुंबई, शिवसेना नेत्री प्रियंका चतुर्वेदी और महारष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अनृता फडणवीस के बीच हुई जुबानीजंग का खामियाजा अब एक्सिस बैंक को भुगतना पड़ रहा है। ख़बरों के अनुसार शिवसेना ने ठाणे नगर निगम के अपने वेतन खातों को एक्सिस बैंक से हटाने का फैसला कर लिया है। अब यह वेतन खाता एक राष्ट्रीयकृत बैंक में संभालेगी। अगर ऐसा हुआ तो एक्सिस बैंक को सालाना 11 हजार करोड़ रुपए का वेतन रखने से हाथ धोना पड़ सकता है।
वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार ठाणे नगर निगम के एक अधिकारी ने भी एक जानकारी देते हुए कहा है कि ठाणे के महापौर नरेश म्हास्के ने गुरुवार को एक बैठक में अधिकारियों को वेतन खातों को एक्सिस बैंक से हटा किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है।कहा जा रहा है यह पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी तथा एक्सिस बैंक में वरिष्ठ पद पर आसीन अमृता फडणवीस और शिवसेना के बीच हुई जुबानी जंग का नतीजा है।
विदित हो कि एक्सिस बैंक को महाराष्ट्र पुलिस विभाग का सालाना 11 हजार करोड़ रुपए का वेतन खाता सम्हालता आ रहा है। लेकिन अब एक्सिस बैंक को सालाना 11 हजार करोड़ रुपए का वेतन रखने से हाथ धोना पड़ेगा। क्यूंकि अब उद्धव ठाकरे सरकार इस राशि को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में स्थानांतरित करने पर विचार कर रही है। खबरों के अनुसार यह प्रकरण अमृता फडणवीस के उस ट्वीट के बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं’ वाले बयान को लेकर उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा था।
आपको ये भी बता दें कि राहुल गांधी के बयान पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राहुल हिन्दुत्व विचारक वीर सावरकर के नख के बराबर भी नहीं हैं। वहीं इस पर अमृता ने अपने पति देवेंद्र फडणवीस के बयान पर हवा देते हुए रविवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बारे में कहा था कि कोई भी अपने नाम के आगे ‘ठाकरे’ लगाकर ठाकरे नहीं बन सकता। जिसपर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने पलटवार करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे अपने नाम पर खरे उतर रहे हैं परन्तु अमृता फडनवीस शायद इस बात से अंजान हैं।
Very true @Dev_Fadnavis ji ! One cannot be a ‘Thackeray’ also by just putting ‘Thackrey’ surname after his name ! One needs to be true, principled & should think for betterment of people & party members above his own family & power dynamics ! @ShivSena @OfficeofUT https://t.co/3W0AsvcTeG
— AMRUTA FADNAVIS (@fadnavis_amruta) December 22, 2019
Yes he is living up to his surname, but you as usual missed the news-promises fulfilled,principled commitment&working for welfare of his people-farmer loan waiver,₹10 meal,CM office in every div.All this in a month of forming govt
PS:Thankfully not into ‘singing’ his own praises https://t.co/V7LZZzC2zB
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) December 23, 2019
ये भी प्रासंगिक है की जहाँ इस मुद्दे पर ठाणे के महापौर नरेश म्हास्के ने अपना पल्ला झड़ते हुए कहा कि यह मात्र एक साधारण प्रक्रिया है। वही ट्वीटर और दूसरे सोशल मीडिया पर इस प्रकरण पर मिश्रित टिप्पणियां प्राप्त हो रही है। हालाँकि अभी तक एक्सिस बैंक से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
Yes, and also this wonderful news on the new FREE HAIR CUT service started by SS – free of cost – that too they will serve at YOUR HoME
Only problem is that only one choice is there – the TAKLU cut
Only condition – criticise UT
— Pallavi (@pallavict) December 23, 2019
Few Questions:
1) Meal in ₹10 for whom ?
2) Loan waiver how much and for which farmers?
3) Who promised 25000/hector?
— Raapchik Indian (@RaapchikIndian) December 23, 2019
Loan waiver only till September 2019. So those suffering from wet drought get a big BABAJI KA THULLU
— Punita Toraskar 🇮🇳⛳️ (@impuni) December 23, 2019
Dog fight to impress new bosses!?
— Supporter CAA/NRC (@Sudarshan080856) December 23, 2019
Earlier defending Gandhi Surname now Thackeray
— Shine_with_Rakhii (@SRakhii) December 23, 2019
बेचारी प्रियंका चतुर्वेदी पहले गांधी उपनाम की गुलामी करते हुए उसको डिफेंड करती थी अब ठाकरे उपनाम की..
चाहे कांग्रेस में रही या शिवसेना में अब काम बेचारी का एक ही राह गया है…— Manish Mittal (@manishmittal674) December 23, 2019