मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए 5 अप्रैल को रात नौ बजे लाइट बंद कर दिए जलाने का आग्रह किया हैं. जिसपर शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस ने विरोध किया हैं. एनसीपी ने इसे प्रधानमंत्री का मूर्खतापूर्ण काम बताया हैं. वही अब पार्टी इस मुद्दे पर बंटी नज़र आरही हैं. पवार के पोते और विधायक रोहित ने इस अभियान का समर्थन करते हुए लोगों को भी बढ़कर भाग लेने का अवाहन किया हैं.
रोहित पवार ने ट्वीट करते हुए कहा, ” प्रधानमंत्री दिए के रौशनी से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए लोगों को एक साथ लाने के विचार पर सभी को समर्थन करना चाहिए. मै सभी लोगों से एक नागरिक होने के नाते निवेदन करता हूँ सभी लोग अपनी डीपी में तिरंगा को रखकर एक जुट होने का संदेश दें.”
दिव्याच्या माध्यमातून देशाला कोरोनाविरोधात एकत्र आणण्याचा पंतप्रधान @narendramodi जी यांचा हेतू असावा. तसं असेल तर त्याचं स्वागतच करायला हवं. अशाच प्रकारे आपल्या सोशल मिडिया अकाऊंटवरही राष्ट्रध्वजाचा डीपी ठेऊन एकतेचा हाच संदेश अधिक घट्ट करु, असं देशाचा नागरिक म्हणून मी आवाहन करतो
— Rohit Pawar (@RRPSpeaks) April 3, 2020
बतादें कि प्रधानमंत्री ने आज सुबह लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि,” कोरोना से लड़ने के लिए 5 अप्रैल को सभी देशवासी को रात शाम को अपने घरों में लाइट बंद कर दिए जलाकर कोरोना के खिलफ एक साथ लड़ने का संदेश दे. इसी के साथ इस दौरान सभी लोग नौ मिनट तक अपने घरो के लाइट बंद रखे. इस दौरान सभी अपने घरों के दरवाजे पर खड़े होकर अपने फ़ोन की लाइट, दिए जलाए.
प्रधानमंत्री का मूर्खतापूर्ण निर्णय: जीतेन्द्र अवाह्ड
प्रधानमंत्री के इस निर्णय का विरोध करते हुए मंत्री जीतेन्द्र अवाहड ने कहा, ” मै इतना मुर्ख नहीं हूँ, मै अपने घर की लाइट नहीं बंद करूँगा. मुझे लगा था कि प्रधानमंत्री आज के संबोधन में होने वाली परेशानियों को बारे में बात करेंगे, देश के अंदर दवाइयों, मास्क सैनीटेजर कैसे मिलेगा इसके बारे में बताते.” उन्होंने कहा, ” मै खुद तो लाइट बंद नहीं करूँगा लेकिन गरीबों को तेल, दीए और मोमबत्ती के लिए पैसे जरुर देंगे.”