By नवभारत | Updated Date: Jun 26 2019 4:56PM |
50

आज के समय में योग काफी प्रचलित हो रहा है। अलग-अलग आसन से एक्सपर्ट व्यक्ति के स्वस्थ की गारंटी लेने लगे हैं। इन्हीं में से एक है बकरी योग, जो काफी लोकप्रिय हो रहा है। अधिकांश योगा हम खुद से ही करते है लेकिन इस योग को बकरी के साथ किया जाता है| इसलिए इसे गोट योगा कहा जाता है। यह योग करने का एक प्राकृतिक तरीका है। इस योगा की उत्पत्ति एल्बेनी से ताल्लुक रखने वाली लेनी मोर्से की देन है। इस योग का आरंभ मोर्से ने अपने छोटे से फार्म से किया था।
कैसे करें बकरी योग
इसमें व्यक्ति को एक जगह पर योग करना होता है और साथ ही वहां पर छोटे कद की बकरियों को रखा जाता है। योगा करते समय से ये बकरियां व्यक्ति को चाटने लगती है या फिर उनके ऊपर भी चढ़ जाती है। गोट योगा के दौरान योगा करने वाले व्यक्ति के ऊपर बकरी का बच्चा या फिर बकरी उछलती है या फिर चलती है। इससे योगा करता हुआ व्यक्ति बकरी के साथ खेलने लगता है और खुद को प्रकृति के करीब महसूस करता है और कुछ देर के लिए सही लेकिन दुनिया के सारे तनाव से दूर हो जाता है।
बकरीयोग के फायदे
-डिप्रेशन, तनाव और फ्रस्ट्रेशन से शिकार लोगो के लिए गोट योगा असरदायक होता है। इसे करने से ख़ुशी मिलती है।
-मोर्से के मुताबिक, जो लोग तनाव से घिरे रहते है उनके लिए यह प्राकृतिक तरीके से तनाव से निजात दिलाता है।
-इसके अतिरिक्त जिन लोगों को किसी न किसी तरह का विकार होता है या फिर कोई शारीरिक कमी है वे भी इसकी सहायता ले सकते हैं।
-इस योग को करने से किसी भी तरह की बीमारी को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है। साथ ही किसी बीमारी को ठीक करने में इसकी कोई खास भूमिका नहीं होती है।
-परन्तु इसे करने से लोग मानसिक रूप से खुश रहते है जिसके कारण आने वाली बीमारी कोसो दूर रहती है।