By नवभारत | Updated Date: Nov 14 2019 3:11PM |
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बच्चे के हर समय रोने के पीछे कोई ना कोई वजह होता है। जिसे माता-पिता समझ नहीं पाते हैं और उनके लिए परेशानी की वजह बन जाता है। उनका बच्चा किस वजह से रो रहा है कहीं उसे कोई स्वास्थ्य की समस्या तो नहीं है या उसे दर्द हो रहा हो। इसके उपचार के लिए डॉक्टर बच्चे को ग्राइप वॉटर देने की सलाह देते हैं। यह बच्चे को आराम पहुंचाता है और आराम दिलाने में मदद करता है। तो आइए आपको ग्राइप वॉटर के बारे में बताते हैं।
ग्राइप वॉटर क्या है: ग्राइप वॉटर सोडियम बाईकार्बोनेट और अदरक, कैमोमाइल, इलायची मुलेठी, लौंग आदि का सप्लीमेंट होता है। रोने की समस्या को दूर करने के साथ यह दांत के दर्द को दूर करने, हिचकी की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
ग्राइप वॉटर सुरक्षित होता है: ग्राइप वॉटर कई बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होता है। साथ ही यह बच्चों के लिए सुरक्षित भी होता है। इस वॉटर में एल्कोहल और सुक्रोज नहीं होता है जिसके कारण बच्चे को दांत में परेशानी हो। लेकिन बच्चे को देने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरुर ले लें।
ग्राइप वॉटर इस्तेमाल करने के लिए टिप्स-
1-खरीदने से पहले सामग्री जरुर पढ़ें: यदि आपके डॉक्टर आपको बच्चे को ग्राइप वॉटर देने की सलाह देते हैं तो वहीं ग्राइप वॉटर खरीदे जिसमें एल्कोहल और सुक्रोज ना हो।
2-निर्देशों को पढ़ें: ग्राइप वॉटर कई ब्रैंड के आते हैं इसलिए इसे लेने से पहले निर्देश जरुर पढ़ लें। क्योंकि बहुत से पैक पर लिखा होता है कि इसका सेवन करने के लिए बच्चा कम से कम 1 महीने का हो।
3-एलर्जी का ध्यान रखें: अगर बच्चे को ग्राइप वॉटर से किसी तरह की एलर्जी होती है जैसे-किसी भोजन को खाने से खुजली होना, उल्टी, डायरिया, सूजन जैसे लक्षण होते हैं। अगर ग्राइप वॉटर पीने के बाद बच्चे में ऐसा कोई लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
ग्राइप वॉटर के विकल्प: अगर आप हर्बल उपाय का इस्तेमाल करके बच्चे के रोने को कम करने से सहज नहीं है तो उसके विकल्प निम्नलिखित हैं:
1-बच्चे को मसाज करें: जब बच्चा रोता है तो आप उसे अच्छी तरह से मसाज करके शांत करा सकते हैं। ऐसा करने से मां और बच्चे के बीच रिश्ता अच्छा होता है।
2-बच्चे के खाने की चीजे बदल दें: अगर आपका बच्चा ज्यादा रोता है तो आप उसके लिए बच्चे को गाय का दूध भी दे सकते हैं। रिसर्च के अनुसार यह फार्मूला पेट की समस्या के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है। लेकिन बहुत से बच्चों को गाय के दूध से एलर्जी होती है तो गाय का दूध देने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरुर ले लें।
3-बच्चे के पेट पर हल्का सा दबाव डालें: कुछ बच्चे जब रोते हैं तो उनके पेट पर थोड़ा सा दबाव डालने से वह रोना कम कर देते हैं। ऐसा करने के लिए अपने बच्चे को अपनी गोद में उल्टा करके लेटाएं और उसकी पीठ पर रब करें।