मुंबई, महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीतिक भूचाल अपने चरम पर है। इसका केंद्रबिंदु अब फडणवीस सरकार के दौरान हुए फोन टैपिंग मामला है जिसमे शिवसेना अध्यक्ष और वर्तमान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी
मुंबई, महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीतिक भूचाल अपने चरम पर है। इसका केंद्रबिंदु अब फडणवीस सरकार के दौरान हुए फोन टैपिंग मामला है जिसमे शिवसेना अध्यक्ष और वर्तमान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना के कद्दावर नेता संजय राउत शामिल है। ताजा समाचार के अनुसार अब इस मामले में उद्धव सरकार ने जांच के आदेश दे दियें हैं।
आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फडणवीस सरकार के कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, संजय राउत और शरद पवार के फ़ोन टैप किये गए थे।कहा जा रहा है ये फोन टैपिंग तब भी जारी थी, जब वर्तमान विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन को लेकर इन सभी प्रमुख पार्टियों की बैठकें चल रहीं थीं। वहीं इसके खुलासे के बाद संजय राउत ने कहा है कि वह इन फोन टैपिंग से डरते नहीं और जो भी करते हैं, खुल्रे आम करते हैं। अपने ट्वीटर हैंडल पर उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए लिखा की "मैं बाल ठाकरे का चेला हूं, जो कुछ करता हूं, खुले तौर पर करता हूं और इसके लिए मुझे कहीं छुपने या कुछ छुपाने की जरुरत नहीं है"। इधर संजय राउत ने यह भी कहा है कि एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने उन्हें पहले ही इस बारे में आगाह किया गया था।
आपके फोन टैप हो रहे है..
ये जानकारी मुझे भाजपा एक वरिष्ठ मंत्रीने भी दे रखी थी. मैने कहां था..भाई साहेब..मेरी बात अगर कोई सुनना चाहता है. तो स्वागत है..मै बाळासाहेब ठाकरेजी का चेला हूं. कोई बात या काम छुप छुपकर नही करता..सुनो मेरी बात.. pic.twitter.com/zLrWajLC6d— Sanjay Raut (@rautsanjay61) January 24, 2020
Sanjay Raut, Shiv Sena: Phone tapping is done in politics these days. I don’t take it very seriously. Home Ministry is habituated to do phone tapping and keep an eye on their opponents. But in spite of them indulging in phone tapping, we formed the govt in Maharashtra. pic.twitter.com/uYKZrhxpkE
— ANI (@ANI) January 24, 2020
वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के कैबिनेट में मंत्री अनिल देशमुख ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह सच है कि महाराष्ट्र चुनाव के दौरान बीजेपी और अन्य दलों के नेताओं के फोन टैप किए जा रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि इस गंभीर मसले में जांच के आदेश दे दिये हैं। इस गंभीर विषय पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कल कहा कि अगर फोन टैपिंग की बात में थोड़ी भी सच्चाई है तो यह सरकारी मशीनरी का सरासर दुरुपयोग है। उन्होंने कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मुंबई साइबर सेल को जांच के आदेश दिए जा चुकें हैं।साथ ही इस बात की भी जांच होगी की इस दौरान किन अन्य विपक्षी नेताओं की फोन टैपिंग की जा रही थी। अपने वक्तव्य में उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इसमें कोई दोराय नहीं कि पिछली सरकार के दौरान विपक्ष के नेताओं के फोन टैपिंग के लिए, व्यवस्था को तोडा मरोड़ा गया था। जिसके लिए पिछले साल देवेंद्र फडणवीस सरकार के 5 अधिकारी, इसमें प्रयुक्त होने वाले सॉफ्टवेयर लेनें के लिए इजराइल गए थे।
Anil Deshmukh, Maharashtra Home Minister: When there was BJP govt here, before Lok Sabha & assembly polls they had tapped phones of leaders of Congress-NCP. There are allegations that they had even bought Isreal’s software on govt money&used it to tap phones. We’re investigating. https://t.co/j7rc9ytKur pic.twitter.com/EP4ECjcLkR
— ANI (@ANI) January 24, 2020
चाहे जो हो, ये देखना भी अब प्रासंगिक होगा कि फोन टैपिंग का यह मामला बीजेपी और देवेंद्र फडणवीस के लिए कितना बड़ा सरदर्द साबित हो सकता है ? साथ ही यह भी देखना बड़ा रोचक होगा की महाविकास अघाड़ी, फोन टैपिंग के इस मुद्दे को कितने अच्छे से राजनीतिक परिदृश्य में अपने लिए भुनाती है। फिलहाल यह मुद्दा महाराष्ट्र के राजनीतिक धरातल में पुरी तरह पैठ बना चुका है।