मोदी सरकार के 7 वर्ष, मैंने तेरे लिए ही 7 रंग के सपने चुने

    Loading

    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, मोदी सरकार के 7 वर्ष पूरे हो गए. इस बारे में आपकी क्या राय है?’’ हमने कहा, ‘‘सप्ताह में 7 दिन होते हैं. सूर्य के रथ के घोड़ों की संख्या 7 बताई जाती है. इंद्रधनुष के रंग भी 7 होते हैं. भारतीय संस्कृति में सप्तर्षि अर्थात 7 ऋषियों का बड़ा महत्व है. विवाह में भी सात फेरे होते हैं जिसमें युगल सात जन्मों के मजबूत बंधन में बंध जाते हैं. लोग इतना पैसा कमाना चाहते हैं कि 7 पीढ़ियों तक चलता रहे. नये करंसी नोट भी लगभग 7 विभिन्न रंगों के हैं. अमिताभ बच्चन की एक फिल्म का नाम ‘सत्ते पे सत्ता’ था.

    फिल्म आनंद में राजेश खन्ना ने गाया था- मैंने तेरे लिए ही 7 रंग के सपने चुने, सपने सजीले सपने! इसी तरह फिल्म ‘विश्वात्मा’ का गीत था- सात समुंदर पार मैं तरे पीछे पीछे आ गई. अनिल कपूर की एक फिल्म का नाम ‘वो 7 दिन’ था. धर्मवीर भारती के उपन्यास का नाम था- सूरज का सातवां घोड़ा!’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, आप हमारे मूल प्रश्न का जवाब न देकर इधर-उधर की बातें करने लगे. हमें मोदी सरकार के 7 वर्षों की शानदार उपलब्धियों का लेखा-जोखा बताइए.’’ हमने कहा, ‘‘मोदी इतिहास पुरुष हैं. जो काम किसी अन्य प्रधानमंत्री ने नहीं किया, वह मोदी कर दिखाते हैं. उन्होंने नोटबंदी लागू की जिसमें गरीब पैसे-पैसे को मोहताज हो गए और धनवान लोगों ने अपने रसूख से पुराने नोट बदलवा कर नए नोट ले लिए. मोदी ने जीएसटी लागू करने के लिए आधी रात को संसद का सत्र बुलाया था जिसे दूसरी आजादी की संज्ञा दी थी.

    राजा बलि और कर्ण के बाद यदि कोई दानवीर हुआ है तो वे हैं पीएम मोदी! उन्होंने विश्व के 95 देशों को कोरोना की वैक्सीन का या तो निर्यात किया या गिफ्ट में दे दिया. देश के सारे प्रधानमंत्री पुरानी संसद व राष्ट्रपति भवन से काम चलाते रहे लेकिन मोदी शानदार पहल करते हुए कई हजार करोड़ रुपए की लागत से सेंट्रल विस्टा बनवा रहे हैं. वे जो सोचते हैं, तुरंत कर दिखाते हैं. उन्होंने सिर्फ 4 घंटे की नोटिस पर देशव्यापी लॉकडाउन लगाया था. इसके बाद प्रवासी मजदूरों में घर लौटने की आपाधापी मच गई थी. इधर कोरोना की दूसरी लहर कहर ढाती रही, उधर पीएम बंगाल के चुनाव में व्यस्त रहे.

    बेरोजगारी का 45 वर्ष का रिकार्ड टूट गया. पेट्रोल, डीजल और खाद्य तेल के दाम बेतहाशा बढ़े हैं. महंगाई पूरे शबाब पर है.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, यह मत भूलिए कि अभी मोदी सरकार के कार्यकाल के 3 वर्ष बाकी हैं. तब तक वे हालात सुधार लेंगे. उनका वादा याद रखिए- अच्छे दिन आएंगे!’’