बचाया चिड़िया का घोंसला हाथियों के झुंड ने दिखाई संवेदना

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    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, बड़े आश्चर्य की बात है कि जंगली हाथियों के एक झुंड ने तमिलनाडु के एक गांव में केले के सभी पेड़ों को नष्ट कर दिया लेकिन केवल एक पेड़ सही सलामत छोड़ दिया जिसपर चिड़िया का घोंसला था. हाथियों ने उस वृक्ष और घोंसले को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया.’’ हमने कहा, ‘‘इसमें हाथियों की संवेदना दिखाई देती है. उन्होंने चिड़िया और उसके बसेरे पर रहम दिखलाया. वीडियो क्लिप हाथियों की इस बुद्धिमानी की गवाही दे रही है. बड़े-बड़े पेड़ जड़ से उखाड़ देनेवाले शक्तिशाली हाथियों का दिल भी चिड़िया के लिए पिघल गया.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, हाथी में इतनी बुद्धि आई कैसे? उसमें इतनी दया, करुणा और चिड़िया को अभयदान देने की भावना किस तरह आई!’’ हमने कहा, ‘‘विद्या-बुद्धि के देवता गणेश का सिर भी तो हाथी का है.

    भगवान शिव ने अपने बेटे गजानन के लिए हाथी का सिर ही पसंद किया. इसके अलावा जब देवताओं और दानवों ने क्षीरसागर का मंथन किया था तो उसमें से 14 रत्न निकले थे. इनमें ऐरावत हाथी भी था जिसे देवराज इंद्र ने अपनी सवारी के लिए रख लिया. हाथी का मस्तिष्क बहुत बड़ा होता है और उसकी याददाश्त भी तेज होती है. आज युद्ध में टैंक का उपयोग होता है लेकिन प्राचीन काल में हाथी इस्तेमाल किए जाते थे जो दुश्मन की सेना में खलबली मचा देते थे. हाथी को केवल उसका महावत नियंत्रित कर पाता है. पहले धन की परिभाषा गोधन, गजधन, बाजीधन के रूप में होती थी. किसी व्यक्ति की हैसियत इस बात से आंकी जाती थी कि उसके पास कितनी गाय, कितने हाथी और कितने घोड़े हैं.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, हाथी शाकाहारी होता है और उसकी उम्र भी शेर से ज्यादा होती है. बेलछी गांव में दलितों का नरसंहार हुआ था. वहां के लोगों को सांत्वना देने इंदिरा गांधी हाथी पर बैठकर गई थीं क्योंकि 6 फुट से ज्यादा ऊंची घास के बीच से हाथी ही जा सकता था. मानव और हाथी की बड़ी मित्रता है. इसी को लेकर राजेश खन्ना की फिल्म बनी थी- हाथी मेरे साथी!’’