पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, बृहन्मुंबई महानगरपालिका ज्ञानेश्वर मार्ग की चौड़ाई 45 फीट से बढ़ाकर 60 फीट करना चाहती है परंतु 4 वर्षों से वह ऐसा कर नहीं पा रही है क्योंकि इसमें अमिताभ बच्चन के बंगले ‘प्रतीक्षा’ की दीवार बाधक बन रही है. ऐसे में मनसे ने महानायक बिग बी के बंगले के बाहर एक पोस्टर लगा दिया है जिसमें कहा गया है कि अमिताभ बड़ा दिल दिखाएं और जनहित में प्रशासन की मदद करें. यदि वे खुशी-खुशी अपने बंगले की दीवार तोड़ने को राजी हो जाएं तो सड़क चौड़ी की जा सकती है.’’
हमने कहा, ‘‘बिग बी को दीवार से मोह होना स्वाभाविक है. याद कीजिए, फिल्म दीवार उनकी बेहद सफल मूवी में से एक रही है. सलीम-जावेद के शानदार डायलॉग के साथ उन्होंने बेमिसाल अदायगी की थी. इस फिल्म में शशि कपूर बार-बार कहता है- भाई, तुम साइन करोगे या नहीं! अमिताभ कहते हैं- मेरे पास गाड़ी है, बंगला है, शोहरत है, तुम्हारे पास क्या है? जवाब में शशि कपूर कहता है- मेरे पास मां है!’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, आप जिस दीवार फिल्म की बात कर रहे हैं तब अमिताभ बच्चन एंग्री यंग मैन थे, अब वे पीसफुल ओल्ड मैन बन चुके हैं. आगामी 11 अक्टूबर को वे 79 वर्ष के हो जाएंगे. उनके पास एक नहीं, कई बंगले हैं. प्रतीक्षा के अलावा जलसा बंगले में उनका पूरा परिवार रहता है जैसे कि बेटा अभिषेक बच्चन, बहू ऐश्वर्या राय, पोती आराध्या. जया बच्चन संसद सत्र के दौरान दिल्ली में रहती हैं.
बिग बी ने महापालिका के नोटिस पर बाम्बे हाईकोर्ट से स्टे ले रखा है. मनसे का सुझाव है कि वे सड़क के चौड़ाईकरण में सहयोग देते हुए स्वेच्छा से अपने बंगले की दीवार ढहा दें. प्रतीक्षा की दीवार तोड़ने में प्रतीक्षा करने की क्या जरूरत! एक समय था जब ‘अमर-अकबर-एंथोनी’ के फाइट सीन में वे ऐसे ही लड़ते-झगड़ते दीवार तोड़ देते थे और सारी ईंटें गिर जाती थीं. यदि वे खुद तकलीफ नहीं करना चाहते तो महापालिका को कह दें. उसका बुलडोजर देखते ही देखते दीवार गिरा देगा. सदी के महानायक इसमें सहयोग क्यों नहीं कर रहे हैं? जब लोगों ने उन्हें ‘बिग बी’ का नाम दिया है तो दिल छोटा क्यों रखते हैं? कम से कम नाम का मान तो रखें!’’ हमने कहा, ‘‘दीवार शब्द से हमें क्रांतिकारियों का शेर याद आया जो कहते थे- दरो-दीवार पे हसरत की नजर रखते हैं, खुश रहो अहले वतन, हम तो सफर करते हैं.’’