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निशानेबाज, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपने मुल्क के लोगों की गरीबी दूर करने का एक फार्मूला निकाला है। उन्होंने लोगों से कहा है कि वे टिड्डी पकड़ें और मुर्गी पालने वालों को बेचकर पैसा कमाएं।

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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपने मुल्क के लोगों की गरीबी दूर करने का एक फार्मूला निकाला है। उन्होंने लोगों से कहा है कि वे टिड्डी पकड़ें और मुर्गी पालने वालों को बेचकर पैसा कमाएं। मुर्गी पालन करने वाले इन टिड्डियों को 15 रुपए प्रति किलो के भाव पर खरीदेंगे और उसका इस्तेमाल मुर्गियों के चारे के रूप में करेंगे। आपकी इस बारे में क्या राय है?’’ हमने कहा, ‘‘इमरान ने लोगों को खूब बेवकूफ बनाया है। एक टिड्डी का वजन मुश्किल से 5 ग्राम होता है। इसलिए 15 रुपए हासिल करने के लिए हर व्यक्ति को सैकड़ों टिड्डियां पकड़नी पड़ेंगी। लोग बांस के सिरे पर जाल बांधकर टिड्डियों के झुंड के पीछे दौड़ेंगे और पकड़ने की कोशिश करेंगे। पाकिस्तान के कुछ भूखे लोग खुद भी टिड्डी की टांगें तोड़कर उसे वैसे ही कच्चा खा सकते हैं। उन्होंने कीड़े-मकोड़े खाने वाले चीनियों से इस तरह की चीजें खाना जरूर सीखा होगा। संगत का कुछ असर तो होता ही है।’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, वैसे चीन की सेना और टिड्डी दल में खास फर्क नहीं है। जब चीन ने 1962 में नेफा पर हमला किया था तो उनकी फौज बड़ी तादाद में टिड्डी दल के समान आई थी। एक चीनी सैनिक मरता था तो दूसरा उस पर पैर रखकर आगे बढ़ता था। उनमें मानवीयता या संवेदना कुछ भी नहीं थी।’’ हमने कहा, ‘‘पाकिस्तान के आतंकवादी भी टिड्डियों से कम नहीं हैं। सीमापार से घुसपैठ कर कश्मीर में आते हैं और लगातार मारे जाते हैं। पाकिस्तान टेररिस्ट और टिड्डी दोनों को भारत की ओर भेजता है। इतनी बात वह भी जानता है कि भारत किसी को छोड़ेगा नहीं!’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, जिस तरह फौजी यूनिफार्म पहने और दाढ़ी बढ़ाए हुए आतंकी को एकदम से नहीं पहचाना जा सकता, वैसे ही हरे रंग की टिड्डी किसी हरे पौधे पर बैठ जाए तो उसे देख पाना कठिन होता है।’’ हमने कहा, ‘‘अभी तो लाखों की तादाद में टिड्डियां उड़ रही हैं और रास्ते में पड़ने वाली फसलों व फलबागों को नष्ट किए जा रही हैं। कहते हैं कि एक टिड्डी एक बार में अपने वजन के बराबर खाना खा जाती है। जिस हरे-भरे खेत में टिड्डी दल आ धमका, वहां कुछ ही मिनटों में सिर्फ ठूंठ रह जाते हैं।’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, भारत में तो लोग थालियां बजाकर, शोर मचाकर टिड्डियों को खेतों से भगाते हैं। पाकिस्तान के लोग टिड्डियों को भगाने की बजाय पकड़ेंगे ताकि मुर्गियों के लिए चारा बनाया जा सके और फिर इन मुर्गियों का मुर्गमुसल्लम इमरान, उनके फौजी और खुफिया एजेंसी आईएसआई के अफसर खाएंगे।’’